धनबाद (Dhanbad) अपनी खास पहचान के लिए विख्यात खादी वस्त्र अब बदलते समय और फैशन के साथ रंग बदलने लगा है. कई दशकों से सफेद और भूरे रंग का खादी अब बाज़ारो में लाल, पीला, हरा, ब्लू रंगों के साथ चाहनेवालों लुभा है. खादी के शौकीन इन रंगों पर फिदा हो रहे हैं. नए युग में रंग रूप बदल कर फैशन के साथ कदम मिलाने का खादी वस्त्रों यह अंदाज बुजुर्गों के साथ युवा पीढ़ी भी भा रहा है.
रंगीन होने के साथ खादी वस्त्र सस्ता भी हो रहा है. शहर के युवा भी खादी के नये अंदाज व रूप-रंग के दिवाने हो गए हैं. यही कारण है कि खादी के कपड़ों की नई-नई डिजाइन व ड्रेस मार्केट में उपलब्ध है. कोयलांचल धनबाद के लोगों का खादी से जुड़ाव तो पहले से ही था, लेकिन अब नये रंग रूप व डिजाइन ने लोगों को नये अंदाज में आकर्षित करने लगा है. धनबाद के रणधीर वर्मा चौक स्थित खादी ग्रामोद्योग भंडार में मौसम का विशेष ध्यान रखते हुए फैशनेबल खादी कपड़ों का कलेक्शन उपलब्ध है. खादी की अनगिनत वैराइटी लोगों को यहां तक खींच रही है.
रंगों में बदलाव के बाद अब बिक्री भी ज्यादा
खादी ग्रामोद्योग भंडार के रामागोपाल जी बताते हैं कि कोयलांचल धनबाद में खादी पहनने वालों की कोई कमी नहीं है. बदलते समय और फैशन के साथ रंगों में बदलाव के कारण पहले की अपेक्षा बिक्री काफी बढ़ गई है. कभी बुजुर्गों की पसंद खादी शहर के युवाओं को आकर्षित कर रहा है. उन्होंने कहा कि खादी ऐसा वस्त्र है, जिसे हर मौसम में पहना जा सकता है. गर्मी में खादी के कपड़े आरामदायक होते हैं, तो सर्दी में ये वस्त्र गर्माहट का एहसास कराते हैं.
हमेशा फैशन ट्रेंड में रहता है खादी
फैशन की दुनिया में खादी कभी आउट ऑफ ट्रेंड नहीं हुआ. सिंथेटिक कपड़ों की तुलना में खादी को प्राकृतिक पहनावे की संज्ञा दी जाती है. किसी खास आयोजन पर डिफरेंट लुक पाने के लिए लोगों के लिए खादी अच्छा ऑप्शन है. लोग दुर्गापूजा, दीपावली और छठ के अलावा कई स्पेशल इवेंट्स में सिंपल और सोवर लुक पाने के लिए खादी की साड़ी से लेकर कुर्ता पाजामा तक को प्राथमिकता देते हैं.
कई वैराइटी उपलब्ध
रामगोपाल जी कहते हैं कि लोग कैजुअल पहनावे से लेकर ट्रेडिशनल आउटफिट में खादी पहनना पसंद कर रहे हैं. क्योंकि खादी अब अपने सफेद और भूरे यानी बोरिंग रंगों से निकलकर शौकिया रंगों में शादी और पार्टी की शान बन गया है. खासतौर पर युवाओं में और ज्यादा लोकप्रिय हुआ है.
गांधी जयंती से मार्च तक विशेष छूट
खादी ग्रामोद्योग के रामा गोपाल जी के अनुसार प्रतिवर्ष गांधी जयंती पर खादी कपड़ों पर विशेष छूट दी जाती है. उन्होंने बताया कि खादी के सफेद और भूरे रंग के थान वाले कपड़े जहां 300 से 450 रुपये प्रति मीटर हैं, वही रंग-बिरंगे थान वाले कपड़े साढे ₹400 से लेकर ₹500 तक में मिल जाते हैं. इसके अलावा कलरफुल रेडीमेड कुर्ता 1250 व रेडीमेड कुर्ता के ऊपर पहने जाने वाला गांधी बंडी 1500 तक में उपलब्ध है.