एम्स देवघर दीक्षांत समारोह में डॉ. इरफान अंसारी को मिली राष्ट्रपति की सराहना, स्वास्थ्य क्रांति को बताया प्रेरणादायक

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“मैं पहले डॉक्टर हूं, फिर मंत्री” — दिल छू गया अंसारी जी का संबोधन!

_झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने नव-डॉक्टरों को दी प्रेरणा, राष्ट्रपति ने दी आशीर्वाद_

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी की गूंज राष्ट्रपति मंच तक!

_राष्ट्रपति मुर्मू ने झारखंड के हेल्थ मॉडल की की तारीफ, तालियों से गूंज उठा एम्स देवघर_

झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन — जब डॉक्टर ने मंत्री बनकर राष्ट्रपति के साथ बांटी उपलब्धियां!

_एम्स देवघर दीक्षांत समारोह बना बदलाव का प्रतीक, डॉक्टरों की नई पीढ़ी को मिला जोश और जो दिशा।_

*एम्स देवघर के पहले दीक्षांत समारोह में महामहिम राष्ट्रपति और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी एक मंच पर — तालियों की गड़गड़ाहट के बीच झारखंड की उपलब्धियों को किया सलाम



झारखंड के लिए आज का दिन एक ऐतिहासिक उपलब्धि और गौरव का क्षण बन गया, जब एम्स देवघर के प्रथम दीक्षांत समारोह के मंच पर झारखंड के माननीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी के साथ मंच साझा किया। यह केवल एक शासकीय आयोजन नहीं, बल्कि एक डॉक्टर की अंतरात्मा से निकली भावनाओं का प्रतीक बन गया।

मंत्री डॉ. अंसारी को जहां राष्ट्रपति महोदया ने उनके स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए कार्यों की सराहना की, वहीं उन्हें भविष्य के लिए आशीर्वाद और शुभकामनाएं भी प्रदान कीं। समारोह स्थल बार-बार तालियों की गूंज से गूंजता रहा, जब मंत्री जी ने झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था और सरकार की योजनाओं की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।

*”मैं पहले एक डॉक्टर हूं, फिर मंत्री” — डॉ. अंसारी का भावनात्मक संबोधन*

अपने जोशीले और भावनात्मक संबोधन में डॉ. अंसारी ने नव-दीक्षित डॉक्टरों को न केवल बधाई दी, बल्कि उन्हें सेवा, समर्पण और मिशन भावना से कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा की *”Being a doctor is not just a profession… it’s a lifelong commitment.”*


उन्होंने अपने अतीत को याद करते हुए बताया कि कैसे मेडिकल कॉलेज के संघर्षों से होते हुए आज इस मंच तक पहुँचना उनके लिए किसी सपने से कम नहीं है।

मंत्री जी ने कहा कि झारखंड की स्वास्थ्य सेवाएं मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के मार्गदर्शन में तेजी से बदल रही हैं। उन्होंने ‘मुख्यमंत्री अस्पताल मेंटरिंग योजना’ का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे एम्स देवघर को राज्य के सरकारी अस्पतालों से जोड़ा गया है, जिससे डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को राष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग मिल रही है, और मरीजों को घर के पास ही बेहतर इलाज उपलब्ध हो रहा है।

उन्होंने जोर देकर कहा की  *“अब झारखंड का कोई भी नागरिक इलाज के लिए राज्य से बाहर न जाए — यह हमारा संकल्प है।”*

राष्ट्रपति महोदया ने मंत्री डॉ. अंसारी द्वारा झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था में किए जा रहे प्रयासों की खुले दिल से प्रशंसा की और उन्हें झारखंड के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

समारोह बना ऐतिहासिक क्षण

एम्स देवघर के पहले दीक्षांत समारोह में मौजूद हज़ारों लोगों ने यह क्षण अपनी आंखों से देखा जब एक डॉक्टर से मंत्री बने जनसेवक ने राज्य की भावनाएं, संघर्ष और संकल्प को राष्ट्रपति के समक्ष बेबाक़ी से रखा। पूरा माहौल गर्व, उत्साह और तालियों की गरज से भर गया।

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