इसी ट्वीट को आधार बनाकर बीजेपी ने चुनाव आयोग से शिकायत की है. बीजेपी ने शिकायत में लिखा,
कांग्रेस ने जो कहा है, उसके हिसाब से पार्टी मानती है कि कर्नाटक भारत से अलग है. यह बयान विभाजनकारी है और लगता है कि इसका उद्देश्य अलग-अलग राज्यों के दो लोगों के बीच फूट डालना है. कर्नाटक भारत से अलग नहीं है.
हालांकि, सोनिया गांधी ने 6 मई के पूरे भाषण में संप्रभुता शब्द का इस्तेमाल नहीं किया था. लेकिन कांग्रेस के ट्वीट में ये शब्द मौजूद है. अब EC ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे को नोटिस भेजा है. उनसे इस ट्वीट पर सफाई देने और इसमें सुधार करने के लिए कहा गया है.
कांग्रेस ने क्या शिकायत की?
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शिकायत में बताया कि बीजेपी ने प्रमुख अंग्रेजी अखबार में छापे एक विज्ञापन में बिना तथ्यों के कुछ दावे किए हैं, जो कांग्रेस के हिसाब से निराधार हैं. EC ने विज्ञापन वाले दावों पर सफाई देने के लिए बीजेपी को मंगलवार, 9 मई रात 8 बजे तक का समय दिया है.
बीजेपी को भेजे नोटिस में EC ने लिखा,
सामान्य दावे और आरोप चुनाव अभियानों का हिस्सा हैं, लेकिन विरोधियों के बारे में कुछ स्पेसिफिक आरोपों और दावों को वेरिफाई करने की जरूरत है. आधार और सबूत के बिना किए गए किसी भी दावे में मतदाताओं को गुमराह करने की क्षमता होती है. वो उम्मीदवारों के बीच सही चॉइस नहीं बना पाएंगे.
पार्टी से ये भी बताने के लिए कहा गया है कि जनप्रतिनिधित्व एक्ट, 1951 और IPC के प्रासंगिक कानूनी प्रावधानों के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए.