बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) के एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में अगस्त में हुए फांसी कांड की जांच में नया मोड़ आ गया है. राजभवन के आदेश के बाद अब फांसी कांड की जांच जिला शिक्षा विभाग के हाथों में आ गई है. राजभवन का पत्र प्राप्त होने के बाद जिला शिक्षा विभाग ने अपने स्तर से मामले की जानकारी लेनी शुरू कर दी है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जल्द ही टीम बनाकर पूरे मामले की जांच कराकर रिपोर्ट राजभवन को भेज दी जाएगी. ज्ञात हो कि बीबीएमकेयू की टीम ने मामले की जांच कर रिपोर्ट तत्कालीन कुलपति को सौंप दी थी, विश्वविद्यालय ने लगभग एक महीने से मामले को ठंडे बस्ते में डाल रखा है..
अतिथि शिक्षिका ने किया था आत्महत्या का प्रयास
ज्ञात हो कि पांच अगस्त को एसएसएलएनटी महिला कॉलेज में हिस्ट्री विभाग की अतिथि शिक्षिका प्रो बिना शर्मा ने आत्महत्या का प्रयास किया. शिक्षिका ने हिस्ट्री विभाग के कमरे में पंखे के सहारे लटक कर जान देने की कोशश की थी. कॉलेज कर्मियों ने कमरे का दरवाजा तोड़ कर शिक्षिका को बचा लिया था. इस मामले में पीड़ित शिक्षिका ने कॉलेज की प्राचार्य डॉ शर्मिला रानी पर मानसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए थे. बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) की जूलॉजी विभाग की यूनिवर्सिटी टॉपर शशि प्रिया का चयन बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) में हुआ है. शशि प्रिया को बीपीएससी में 144वीं रैंक हासिल हुई है. उनका चयन सोशल सिक्योरिटी के एडिशनल डायरेक्टर के पद पर हुआ है. यह जानकारी बीबीएमकेयू के पीआईओ डॉ अजय कुमार ने दी. वहीं सिविल सेवा में सफल अभ्यर्थी शशि प्रिया ने बताया कि उनके दादा कमल नारायण झा और दादी मुन्ना देवी के प्रोत्साहन ने उन्हें सिविल सेवा में आने के लिए प्रेरित किया. उनके ससुर मुरलीधर झा और सास चांदनी झा ने शादी के तीन वर्ष बाद पढ़ाई की अनुमति देकर उनके सपने को सच करने में मदद की. इसके साथ ही बीबीएमकेयू के शिक्षकों के मार्गदर्शन ने उन्हें सफल बनाया.
