झारखंड में चल रहे 89 मॉडल स्कूलों के एकेडमिक ईयर 2023 में एडमिशन के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इन मॉडल स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होती है। यह स्कूल गैर आवासीय होंगे। इन स्कूलों के क्लास छह में एडमिशन के लिए झारखंड एकेडमिक काउंसिल एडमिशन टेस्ट लेगा। एडमिशन टेस्ट में शामिल होने के लिए 3 फरवरी से 26 फरवरी तक फॉर्म भरे जाएंगे।
अधिकतम 12 साल के बच्चे दे सकते हैं टेस्ट झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इस परीक्षा में शामिल होने के लिए कुछ पात्रता निर्धारित की है। इस पात्रता के अनुसार आवेदक की उम्र 1 अप्रैल 2023 को न्यूनतम 10 साल और अधिकतम 12 साल होना चाहिए। किसी भी स्कूल ‘के क्लास 5 या छह में पढ़ने वाले छात्र आवेदन कर सकते हैं। वैसे छात्र जिन्होंने पांचवी क्लास में पढ़ाई छोड़ दी है, वह भी इस परीक्षा में बैठ सकते हैं। यह परीक्षा पूरी तरह नि:शुल्क ली जाएगी। परीक्षा फॉर्म भरने के लिए या परीक्षा देने के लिए किसी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को जैक
के आधिकारिक वेबसाइट से आवेदन भरना होगा।
उसके बाद यह एप्लीकेशन जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से अनुमोदित किया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी 4 फरवरी से 28 फरवरी तक आवेदन का अनुमोदन करेंगे। एडमिशन की परीक्षा 9 अप्रैल को ली जाएगी। परीक्षा में शामिल होने के लिए ऑनलाइन प्रवेश पत्र 2 अप्रैल को जारी किया जाएगा। मेरिट लिस्ट के आधार पर होगा एडमिशन
मॉडल स्कूल के क्लास सिक्स में एडमिशन मेरिट लिस्ट के आधार पर होगा। नामांकन में राज्य के जिला स्तरीय आरक्षण की नीति का पालन किया जाएगा। मेघा सूची का निर्माण जिला स्तर पर होगा। एक स्कूल में 40 स्टूडेंट्स का एडमिशन होगा। मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी अगर सीटें रिक्त रह जाती हैं तो उन स्कूलों में एडमिशन विद्यालय प्रबंधन समिति के माध्यम से उस क्षेत्र के आने वाले बच्चों के बीच प्रवेश परीक्षा के माध्यम से की जाएगी। आरक्षण से जुड़ा प्रमाणपत्र आवेदन के साथ देना होगा। आवेदन के समय जाति प्रमाण पत्र नहीं होने की स्थिति में उन्हें नामांकन के समय जाति प्रमाण पत्र उपलब्ध कराना होगा। ऐसा नहीं होने पर एडमिशन रद्द कर दिया जाएगा। एडमिशन टेस्ट एक सौ अंक का होगा। परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी। जिसमें अंग्रेजी से 30 अंक, गणित से 30 अंक और सामाजिक विज्ञान से 40 अंक के सवाल पूछे जाएंगे।
झारखंड के सरकारी स्कूलों को आदर्श विद्यालय और लीडर स्कूल योजना के तहत विकसित किया गया. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप विकसित करने के लिए स्कूलों को चयनित किया गया है. बता दें कि राज्य सरकार ने महत्वाकांक्षी योजना के तहत 4 हजार 416 स्कूलों को आदर्श स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा.
स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित होने वाले 80 स्कूलों में कक्षा एक से कक्षा 12वीं तक की पढ़ाई की सुविधा होगी. प्रत्येक स्कूलों में न्यूनतम एक हजार से 12 सौ विद्यार्थियों के शिक्षण की व्यवस्था की जाएगी. नामांकन चयन परीक्षा के आधार पर होगा. इन स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी बोलने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसको लेकर लैंग्वेज लैब और स्पोकन इंग्लिश कोर्स के अलावे शिक्षक और प्रिंसिपल को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. वहीं, शिक्षकों के मूल्यांकन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.
इन स्कूलों में बेहतर आधारभूत संरचना के साथ साथ मूलभूत सुविधाएं, साइंस लैब, पुस्तकालय, डिजिटल क्लास रूम, कंप्यूटर की सुविधा, खेल आदि सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी.