हजारीबाग रामनवमी जुलूस को लेकर प्रशासन और सनातनी आमने-सामने नजर आ रहे हैं. मंगलवार को निकले मंगला जुलूस में नौ नामजद और 200 अज्ञात लोगों पर प्राथिमकी दर्ज की गई है. प्रशासन की इस कार्रवाई पर कई लोगों ने विरोध दर्ज किया है. जिन पर मामला दर्ज किया गया है, उन्हें पहला नाम रामनवमी महासमिति के पूर्व अध्यक्ष शशि भूषण केसरी का है . अपने ऊपर प्राथमिकी करने को लेकर उन्होंने बयान दिया है कि यह प्रशासन का रामनवमी को खत्म करने के लिए उठाया गया कदम है. उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि किसी भी जुलूस- पर्व में धारा-144 लगाने का औचित्य क्या है. इसका जवाब प्रशासन पहले दे. जुलूस के दौरान लोग सड़क पर रहते ही हैं और संख्या काफी अधिक होती है. इसके बावजूद शहर में धारा-144 लगाई गई. यही नहीं रामनवमी में डंडा-लाठी लेकर शक्ति प्रदर्शन किया जाता है. इस पर भी प्रशासन ने रोक लगा दिया है. जब इसका विरोध किया गया, तो उन लोगों के ऊपर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगा दिया गया.
प्रशासन लोगों को टारगेट कर रहा- शशि भूषण केसरी
पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उन लोगों को संवैधानिक अधिकार से भी जिला प्रशासन वंचित कर रहा है. उनका यह भी कहना है कि जिन पर मामला दर्ज किया गया है, उनमें मनीष शर्मा का भी नाम है, जबकि मनीष शर्मा कई घंटे के बाद झंडा चौक पहुंचे थे और किसी तरह का भाषण भी नहीं दिया था. ऐसे में समझा जा सकता है कि जिला प्रशासन ऐसे लोगों को टारगेट कर रहा है, जो रामनवमी महासमिति के उम्मीदवार हैं या फिर उनकी यह चाहत है कि रामनवमी जुलूस धूमधाम से नहीं निकले. शशि भूषण केसरी ने यह भी कहा कि वीडियो में यह साफ तौर से सुना जा सकता है कि उन्होंने किसी भी तरह का भड़काऊ भाषण नहीं दिया है. लेकिन सरकार और जिला प्रशासन पिछले दो बार से यहां की रामनवमी को खत्म करने के लिए यह षड्यंत्र कर रही है. वहीं जुलूस में साउंड सिस्टम डीजे को भी बंद कर दिया गया है. प्रशासन को बीच का रास्ता निकालना चाहिए था. ऐसे में हम सभी सनातनी धर्म प्रेमियों पर अगर प्रशासन प्राथमिकी वापस नहीं लेता है, तो आंदोलन किया जाएगा.
आपसी सौहार्द से मनाएं रामनवमी- एसपी
जिन लोगों पर मामला दर्ज किया गया है उनमें पूर्व रामनवमी महासमिति अध्यक्ष शशिभूषण केसरी, कुणाल यादव, मनीष शर्मा, न्यू एरिया निवासी सोनू वर्मा, राजेश, मंजीत यादव, अमन कुमार, उमेश गुप्ता और मस्जिद रोड निवासी सोनू वर्मा शामिल हैं. हजारीबाग सदर सीओ सह जिला दंडाधिकारी आवेदन पर सदर थाना में मामला दर्ज किया गया है. इस संबंध में हजारीबाग एसपी मनोज रतन चौथे ने बताया कि जो भी व्यक्ति रामनवमी जुलूस के दौरान नियम-कानून को तोड़ेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. डीजे बजाने की इजाजत प्रशासन नहीं दे रहा है, इसे सभी अखाड़े वाले स्वीकार करें. परंपरागत तरीके ढोल-ताशा और चोगां का उपयोग अखाड़े वाले जुलूस के दौरान कर सकते हैं. साथ ही उन्होंने आम लोगों से अपील कि है कि आपसी सौहार्द्र के पर्व को मनाएं प्रशासन हमेशा उनके साथ है.