राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आज सोमवार को एग्यारकुंड मध्य विद्यालय में स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया. डॉ. सार्थक दास और डॉ. जयंत कुमार टुडू के नेतृत्व में कक्षा छह, सात और आठ के छात्र-छात्राओं की जांच की गयी. मौके पर डॉ. सार्थक दास ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का लक्ष्य 18 साल से कम उम्र के बच्चों के जन्म दोष, कमियां, बीमारियां, विकास में होने वाले विलंब के साथ आसक्तता की समय से पहले पहचान कर समुचित इलाज करना है. बाल विकास का लक्ष्य – बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास सामान्य हो
वहीं डॉ. जयंत कुमार टुडू ने कहा कि बाल स्वास्थ्य का अर्थ गर्भधारण से जन्म और उसके बाद 5 साल की उम्र तक देखभाल है. 5 साल की उम्र के बाद बच्चों के स्वास्थ्य पर स्कूल स्वास्थ्य प्रोग्रामर टीम नजर रखती है. बाल विकास का प्रमुख लक्ष्य बालक का मानसिक और शारीरिक विकास सामान्य हो है. विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रमोद कुमार झा ने कहा कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को सरकार की ओर से मुक्त इलाज और चेकअप करवाया जाता है. इसी के तहत स्वास्थ्य जांच शिविर लगाकर बच्चों की स्वास्थ्य जांच की गयी. कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सहायक शिक्षक विदन मंडल, प्रमोद राव, कुमारी सोना दास आदि का सराहनीय सहयोग रहा.