राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एक तरफ 1500 नवनियुक्त पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे, दूसरी तरफ विपक्षी पार्टी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक बाबूलाल मरांडी ने नौकरी के मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठाया. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार नौकरियां कम करती जा रही है और राज्य के युवकों को धोखा दे रही है. युवा रोजगार न मिलने से, नौकरियों में धांधली से तथा वैकेंसी न आने से बहुत परेशान है.
सोशल मीडिया एक्स पर बाबूलाल मरांडी ने लिखा कि झारखंड के लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है. यह इसलिए हो रहा है क्योंकि राज्य की मौजूदा सरकार लोगों के हितों में निर्णय नहीं ले रही है. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने आगे लिखा है कि एक नेता कुर्सी पर बैठकर कहता है कि 40 हजार नौकरियां दूंगा. उसी कुर्सी पर बैठने वाले दूसरा नेता कहता है कि 30 हजार नौकरियां दूंगा. आखिर यह मजाक कब तक बर्दाश्त किया जायेगा.बाबूलाल मरांडी ने आगे लिखा है कि अब अगले महीने यह बयान आयेगा कि 20 हजार युवकों को नौकरी देंगे. फिर सितंबर आ जायेगा और तब कहेंगे कि 10 हजार को नौकरी देंगे. जबकि इस सरकार ने पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का वायदा किया था. सरकार अपने वायदे को पूरा करने में विफल रही है. जनता विधानसभा चुनाव में सरकार को सबक सिखायेगी.