हेमंत सोरन ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ही यह बात कही थी कि एक ऐसा माध्यम जरूर रखेंगे, जिससे वो आम जनता से सीधे जुड़ सके। लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए सीएम का यह पहला कदम लोग काफी पसंद कर रहे हैं। दरअसल, हेमंत सोरेन ने अपने ऑफिशियल ट्वीटर अकाउंट पर यह लिखते हुए एक पोस्ट डाला था कि @jharkhandCMO मुख्यमंत्री कार्यालय, झारखंड का अधिकारिक हैंडल है। आप मुझसे इस हैंडल के माध्यम से भी जुड़ सकते हैं। इसके बाद से लोग उनके ट्वीटर अकाउंट पर अपनी समस्याओं को शेयर कर रहे हैं। सीएम के सोशल साइट्स टीम में 5 लोगों का ग्रुप है। जो चुनाव के पहले से एक्टिव है। पहले इनकी संख्या करीब 15 हुआ करती थी। इस ग्रुप में हावर्ड, ससेक्स और अक्सफोर्ड जैसी विदेशी यूनीवर्सिटी से पासआउट छात्र भी जुड़े हुए हैं। टीम के एक सदस्य ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वंय ट्वीट को देखते रहते हैं और फिर इस पर एक्शन लेते हैं। इनमें से कुछ झारखंड के भी रहने वाले हैं। हमारी कोशिश है कि पब्लिक हमसे जुड़े रहे।
लोग सीएम के इस सोशल साइट को काफी पंसद कर रहे हैं और मुख्यमंत्री से सीधे जुड़ने का एक अच्छा माध्यम मान रहे हैं। जमशेदपुर में गरीबी के कारण बच्चा बेचने का मामला, धनबाद में होमगार्ड जवान द्वारा तस्करों से वसूली या फिर अस्पताल में भर्ती बच्चे को भात परोसने का मामला हो, सीएम ने एक ट्वीट के माध्यम से इस पर कार्रवाई की। मुख्यमंत्री ट्वीटर पर आने वाली शिकायतों पर ही नहीं बल्कि मीडिया रिपोर्ट्स पर भी संज्ञान ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के सरकारी अस्पतालों में मरीजों का उचित देखभाल नहीं होने की शिकायत पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिम्मेवारी से अपना पल्ला झाड़ने के बदले समस्या के निदान पर जोर दें। अस्पताल के चिकित्सकों व प्रबंधन को अपनी मानसिकता बदलनी होगी। टाल-मटोल का रवैया अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखबार में छपी खबर पर सीएम ने संज्ञान लेते हुए यह निर्देश दिया। मुख्यमंत्री के ट्वीट के बाद मरीज को एंबुलेंस से बेहतर इलाज के लिए रिम्स भेजा गया, जहां वह इलाजरत हैं। मुख्यमंत्री ने मरीज का बेहतर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश रिम्स प्रबंधन को दिया है। मुख्यमंत्री ने रांची डीसी को मरीज के इलाज के बाद बिहार स्थित उनके पैतृक निवास भेजने के लिए प्रबंध करने का भी निर्देश दिया है।
चाईबासा में एक बच्चे की मां-पिता की हत्या के बाद वो, एक भाई और उसकी बड़ी बहन घायल हो गए थे। इन अनाथ बच्चों का चाइल्ड लाइन की देख-रेख में चाईबासा के सदर अस्पताल में इलाज चल रहा था। अन्य मरीजों के साथ ही इस बच्चे को भी खाने में सिर्फ भात मिला, न सब्जी और न दाल। चाइल्ड लाइन की सदस्य सुनीता करूवा ने आपत्ति की तो आधे घंटे बाद दाल-सब्जी दी गई। लेकिन तबतक यह भूखा बच्चा सूखा भात खा चुका था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया और चाईबासा डीसी को निर्देश दिया कि कृपया कर जल्द से जल्द इस बच्चे की सुरक्षा, शिक्षा एवं समुचित पोषण की व्यवस्था करें और फिर इसकी जानकारी दें। डीसी ने अस्पताल जाकर पूरे मामले की जांच की। उन्होंने बच्चे को केवल भात परोसे जाने वाले कर्मी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
टाटानगर स्टेशन के बाहर गुड़िया खान नाम की महिला द्वारा अपने बच्चे को पैसे के कारण एक युवक को बेच का मामला मीडिया में आने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान में ऐप खोलें वीट कर डीसी को बच्चे को बरामद कर मां को सौंपने का निर्देश दिया।
इसके बाद स्थानीय प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने बच्चे को ले जाने वाले विक्की मुखी को बच्चे के साथ पकड़ लिया, वहीं बच्चा महिला को वापस सौंप दिया गया। वहीं, धनबाद के जोरापोखर थाने के इंस्पेक्टर के बॉडीगार्ड होमगार्ड जवान भगवान सिंह कोयला तस्करों से वसूली कर रहा था । वसूली का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरन ने ट्वीट कर तत्काल कार्रवाई करने को कहा। इसके बाद उसे कार्यमुक्त कर दिया गया।
विदेश मंत्री से महतो का शव मंगाने की मांग सिंदरी के मनोहरटांड़ निवासी जय प्रकाश महतो की सऊदी अरब में मौत हो गई थी। 17 दिन बाद भी उनका शव भारत नहीं आ सका। मीडिया में आई इस खबर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीटर के माध्यम से संज्ञान लिया और जय प्रकाश महतो का शव सऊदी अरब से भारत लाने में केंद्र सरकार से सहयोग मांगा। उन्होंने सऊदी अरब के अबु धाबी स्थित भारतीय दूतावास, विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर से सहयोग का आग्रह किया है। झारखंड सरकार की ओर से शव का भारत लाने के लिए सभी जरूरी कागजात सहित अन्य आवश्यक कार्रवाई की
गई है। हेमंत सोरेन आम जनता की किसी भी समस्या का त्वरित कार्रवाई करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं।