हेमंत सोरेन की सरकार ने रामनवमी से ठीक पहले तपोवन मंदिर के आसपास इलाकों के सौंदर्यीकरण को लेकर शिलान्यास किया . इसके लिए 14 करोड़ 67 लाख की राशि का प्रावधान है. इन पैसों से मंदिर के अंदर और बाहर सौंदर्यीकरण किया जाएगा.
करीब 14 करोड़ 67 लाख की राशि से मंदिर परिसर और आसपास क्षेत्र को सौंदर्यीकरण करने की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पूरे विधि विधान से पूजा अर्चना कर की. मुख्यमंत्री ने तपोवन मंदिर में पूजा अर्चना कर राज्य की खुशहाली के लिए प्रार्थना की. मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा, हमने पिछले साल तोपवन मंदिर के सौंदर्यीकरण और पुनर्निमाण की घोषणा की थी. इस साल हम मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण के लिए आधारशिला रख रहे हैं. मुझे यकीन है कि अगले साल रामनवमी तक मंदिर का सौंदर्यीकरण और पुनर्निमाण कार्य पूरा कर लिया जाएगा.
तपोवन मंदिर के सौदर्यीकरण कार्य का प्लान जुडको द्वारा तैयार किया गया है. प्रोजेक्ट के तहत कडरू से तपोवन मंदिर तक पुल का चौड़ीकरण किया जाएगा. हरमू नदी को भी कवर किया जाना है. इसके साथ ही ओवरब्रिज से निवारणपुर जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है. निर्माण कार्य के वजह से लोगों को आने जाने में बाधा न हो, इसके लिए वैकल्पिक मार्ग के साथ अप्रोच रोड बनाया जाएगा. मंदिर के दोनों तरफ तोरणद्वार का भी निर्माण किया जाएगा.
सौंदर्यीकरण कार्य के तहत तपोवन मंदिर आनेवाले श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग एरिया बनाया जायेगा. बच्चों के साथ लोगो को घूमने-फिरने के लिए लॉन, कसरत के लिए आउटडोर जिम, श्रद्धालुओं के लिए सर्विस ब्लॉक टेंपल प्लाजा के साथ ग्रीन वॉल और कियोस्क की भी सुविधा उपलब्ध करायी
जाएगी।
तपोवन मंदिर के पुजारी अयोध्या दास ने बताया कि तपोवन मंदिर 300 साल से भी ज्यादा समय से है. पहले साधु-संत यहां तप किया करते थे. इसलिए इस मंदिर का नाम तपोवन पड़ा. बताया कि रांची वासियों को इस मंदिर से विशेष लगाव रहा है. यहां के लोग कई पीढ़ियों से पूजा- अर्चना करते रहे हैं. मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण का काम शुरू होने से श्रद्धालुओं में बेहद खुशी और उत्साह का माहौल है.