मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ झारखंड मंत्रालय में टाटा मोटर्स, टाटा स्टील एवं टाटा कमिंस के वरीय अधिकारियों ने बैठक की. बैठक में जमशेदपुर में न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के विस्तार (हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन निर्माण) पर निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई. टाटा मोटर्स के अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के संबंध में विस्तृत जानकारी रखी गई. टाटा मोटर्स के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा कि झारखंड के जमशेदपुर में न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट के विस्तार (हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी इंजन आधारित वाहन निर्माण) पर निवेश की असीम संभावनाएं हैं. टाटा मोटर्स एवं टाटा कमिंस इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ हाइड्रोजन इंजन से चलने वाले वाहन बनाने की तैयारी कर रही है. अधिकारियों ने कहा कि आने वाले 25 से 30 वर्ष तक ऑटोमोबाइल सेक्टर में शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करना टाटा मोटर्स का लक्ष्य है. टाटा मोटर्स जमशेदपुर में हाइड्रोजन सेगमेंट स्थापित करना चाहती है. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से हरित हाइड्रोजन मिशन को प्राप्त किया जा सकेगा. टाटा मोटर्स इन दिनों वाहनों की नयी तकनीक पर काम कर रही है. टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ-साथ अब हाइड्रोजन इंजन से चलने वाली गाड़ियों की मैन्युफैक्चरिंग की ओर ध्यान दे रही है. टाटा मोटर्स झारखंड के जमशेदपुर में हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी के विस्तार के लिए निवेश के लिए इच्छुक है. टाटा मोटर्स इस निमित्त राज्य सरकार से सहयोग की अपेक्षा रखती है.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने टाटा मोटर्स, टाटा स्टील एवं टाटा कमिंस के अधिकारियों से हाइड्रोजन इंजन आधारित वाहन मैन्युफैक्चरिंग प्लानिंग की विस्तृत जानकारी प्राप्त की तथा उन्हें राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग पूरे विश्व के लिए चुनौती है. भविष्य में ग्रीन टेक्नोलॉजी की ओर आगे बढ़ने की आवश्यकता है. झारखंड में निवेश की अपार संभावनाएं हैं. टाटा मोटर्स नई तकनीक का उपयोग कर स्वच्छ वातावरण में न्यू ग्रीन टेक्नोलॉजी मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट स्थापित करने निमित्त बेहतर मास्टर प्लान बनाकर कार्य करे. राज्य सरकार वाहन निर्माता कंपनी के सहयोग के लिए उनके साथ हमेशा खड़ी रहेगी.
25 से 30 वर्ष तक ऑटोमोबाइल सेक्टर में शून्य कार्बन उत्सर्जन हासिल करना टाटा मोटर्स का लक्ष्य है.3 अधिकारियों ने मुख्यमंत्री से कहा कि राज्य सरकार के सहयोग से हरित हाइड्रोजन मिशन को प्राप्त किया जा सकेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में ग्लोबल वार्मिंग पूरे विश्व के लिए चुनौती है. भविष्य में ग्रीन टेक्नोलॉजी की ओर आगे बढ़ने की जरूरत है. झारखंड में निवेश की अपार संभावनाएं हैं. राज्य सरकार वाहन निर्माता कंपनी के सहयोग के लिए उनके साथ हमेशा खड़ा रहेंगे।