राज्य में ईडी की कार्रवाई इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. लगातार ईडी अलग अलग ठिकानों पर छापेमारी कर लोगो से पूछताछ में जुटी हुई है. हाल ही में ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी समन भेजा था. समन में पंकज मिश्रा के घर से मिले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम के ब्लैंक चेक के बारे में पूछा गया था. मगर खबर है कि जिस ब्लैंक चेक के बारे में ईडी सीएम हेमंत सोरेन से जानना चाहती थी, उन ब्लैंक चेक से संबंधित खाते अब निष्क्रिय हो चुके है. इन खातों से आखिरी बार मार्च 2020 में निकासी की गयी थी. विधानसभा चुनाव के दौरान बैंक ऑफ़ इंडिया के गंगाप्रसाद शाखा में खोले गए इन खातों में अब कोई लेन देन नहीं होता है. चुनाव खर्च के लिए अलग अलग खाते खोलने होते है, उसी मकसद से इस खाते को भी खोला गया था. विधानसभा चुनाव के दौरान अलग अलग खातों में 20 लाख रुपये चेक से भेजे गए थे. महादेव गंज के पास स्थित इस शाखा से जुड़े इस बैंक खाते में अब दो लाख रुपये ही बचे है. जबकि खाता भी निष्क्रिय हो गया है.
सीएम ने खुद ली थी चेक की जानकारी: पंकज मिश्रा के घर से ब्लैंक चेक मिलने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने स्तर से इसके संबंध में जानकारी भी ली थी. इस दौरान कलेक्ट्रेट में उनकी नामांकन संबंधी संचिका की खोजबीन भी की गई. इसमें पता चला कि गंगाप्रसाद शाखा के इसी खाते का प्रयोग चुनाव के आय-व्यय के लिए किया गया था. सीएम हेमंत सोरेन ने जानकारी के लिए तब अपने खाते का स्टेटमेंट भी मंगवाया. इस स्टेटमेंट से पता चला कि इस खाते से चुनाव के अलावा किसी अन्य प्रकार का लेन देन नहीं हुआ है.