माननीय राज्यपाल श्री सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा कि आप लोग विभिन्न सेवाओं से आये हैं, आपको अपने रिजल्ट के लिए लम्बे समय तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। मैं आपकी पीड़ा को समझ सकता हूँ। हमें किसी भी कार्य को निश्चित समय सीमा में करने का प्रयत्न करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कल झारखण्ड उच्च न्यायालय के माननीय मुख्य न्यायाधीश से भेंट के क्रम में न्यायालय में लंबित वादों का शीघ्र निबटारा करने पर भी चर्चा हुई है। राज्यपाल महोदय आज राज भवन में झारखण्ड लोक सेवा आयोग के प्रथम सीमित प्रतियोगिता परीक्षा के परीक्ष्यमान पदाधिकारियों से संवाद कर रहे थे। उक्त अवसर पर राज्यपाल के प्रधान सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी, निदेशक, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान श्री मुकेश कुमार, संयुक्त निदेशक, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान श्रीमती मीणा समेत श्रीकृष्ण लोक प्रशासन के अन्य पदाधिकारी व परीक्ष्यमान पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
राज्यपाल महोदय ने प्रशिक्षु अधिकारियों से कहा कि आप सभी जनसेवा के लिए तत्पर रहें। लोगों को आप सबसे बहुत अपेक्षाएं रहती हैं। आपको क्षेत्र में जाकर वास्तविक व जमीनी हक़ीक़त से अवगत होना होगा। आपकी इस कार्यप्रणाली से लोगों को उनका यथोचित लाभ मिल सकेगा। राज्यपाल महोदय ने बताया कि वे अल्पावधि में सड़क मार्ग से 16 जिलों का दौरा कर चुके हैं। सड़क मार्ग से दौरा करने से जमीनी हक़ीक़त का पता चलता है। साथ ही वहाँ केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार कि विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविकता के संदर्भ में भी ज्ञात होता है। वहाँ लोगो से संवाद के क्रम में उनकी समस्याओं से अवगत होकर उसे जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार के माध्यम से दूर करने की कार्रवाई की जा सकती है। विगत दिनों लातेहार, पलामू एवं गढ़वा जिला के भ्रमण के दौरान पीवीटीजी से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत होकर उसके निराकरण के लिए पहल की गई। पलामू जिला में पानी की समस्या को दूर करने के लिए सिंचाई विभाग के पदाधिकारियों के साथ वहाँ बैठक की गई एवं लंबित योजनाओं को पूर्ण करने की दिशा में पहल करने हेतु निदेश भी दिया गया।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि क्षेत्र की समस्याओं का निराकरण घर बैठे नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कल होकर प्रशिक्षु अधिकारियों की नियुक्ति क्षेत्रीय कार्यालयों में होगी। आशा है कि नियुक्ति के पश्चात आप अपने क्षेत्रों एवं वहाँ की समस्याओं के संदर्भ में अच्छी तरह जानकर उसे दूर करने की दिशा में कार्य करेंगे। विगत 18 वर्षों की पीड़ा को भूल कर समाज की सेवा में अपना योगदान दें।
उक्त अवसर पर परिक्ष्यमान अधिकारियों जयंत कुमार तिवारी, लक्ष्मण यादव, बालकिशोर नाथ शाहदेव, विजय लक्ष्मी सिंकु समेत अन्य परीक्ष्यमान पदाधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण अवधि में प्राप्त अपने अनुभव प्रकट किए गए।