शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के इमरजेंसी में जमकर हंगामा हुआ. इमरजेंसी में भर्ती होने आए चार मरीजों की मौत हो गई. चारों मरीज की स्थिति गंभीर थी. समय रहते चारों मरीजों को इमरजेंसी में बेड नहीं मिली. स्ट्रेचर पर ही इमरजेंसी के बाहर इलाज शुरू किया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. जिनकी मौत हुई उनमें गिरिडीह के आनंद कुमार टुडू और बूढ़ी टुडू, कमलेश राय और दुमका से रेफर हुए कैदी प्रदीप कुमार किस्कू शामिल है. मृतक के परिजनों का कहना था की उनके मरीज गंभीर अवस्था में थे. इमरजेंसी में भर्ती करने कहा गया तो बेड की कमी बताकर स्ट्रेचर पर ही रखा गया. परिजनों का आरोप था की मरीज के इलाज में लापरवाही की गई. समय रहते इलाज मिलता तो शायद मरीजों की जान बच सकती थी. इस बीच ऑक्सीजन सप्लाई भी बाधित होने की शिकायत की गई.
