5जी के जमाने में धनबाद जेल में 2जी नेटवर्क जैमर, प्रिंस-अमन गैंग के गुर्गे जेल से मांग रहे रंगदारी।। समेत धनबाद की कई खबरें

jharkhand News न्यूज़
Spread the love

5जी के जमाने में धनबाद जेल में 2जी नेटवर्क जैमर अभी तक लगा हुआ है, जो किसी काम का नहीं है. वर्तमान समय में लगभग हर किसी के पास 4जी और 5जी मोबाइल है. सूत्रों के अनुसार प्रिंस खान और अमन सिंह गैंग के एक दर्जन गुर्गे जेल से रंगदारी मांग रहे हैं. इसका खुलासा पूर्व में कई बार हो चुका है. एक-दो थाना में एफआईआर भी किया गया था. जेल में कई बार छापामारी की गई, लेकिन मोबाइल नहीं मिला. छापामारी से पहले जेल गेट पर अधिकारियों व जवानों को 15 से 20 मिनट तक रोक दिया जाता है. फिर उसके बाद टीम जेल के भीतर प्रवेश करती है. इतना समय मोबाइल व अन्य संदिग्ध सामान छिपाने के लिए पर्याप्त है. तीन साल पहले 2020 में जेल आईजी मनोज कुमार ने धनबाद जेल का औचक निरीक्षण किया था और उन्होंने कई कमियां पायी थी. उन्होंने गृह विभाग को धनबाद जेल में 172 सीसीटीवी कैमरा और 5जी जैमर लगाने का प्रस्ताव भेजा था, जो अभी तक लंबित है. जबतक 5जी जैमर नहीं लग जाता, तबतक जेल के भीतर से कुख्यात बंदी रंगदारी व हत्या की धमकी के लिए फोन करते रहेंगे. 12 साल से 2जी जैमर को अपग्रेड नहीं किया गया है. पुलिस सूत्रों के अनुसार धनबाद जेल में एक दर्जन मोबाइल एक्टिव हैं. जिससे रंगदारी मांगने, हत्या करने व कराने की धमकी दी जा रही है. जिसकी जांच पुलिस कर रही है. फोन करने वाले प्रिंस व अमन गैंग के गुर्गे हैं, जो पिछले दिनों गिरफ्तारी के बाद जेल गए थे. एक व्यवसायी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि उसे अमन सिंह गैंग के सदस्य अमर रवानी ने धनबाद जेल से फोन कर रंगदारी मांगी थी. नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दी गई. धनबाद जेल में अमन सिंह समेत प्रिंस खान का भाई बंटी-गोडविन समेत विकास, सतीश साव उर्फ गांधी समेत कई कुख्यात अपराधी धनबाद बंद है और वहीं से अपना नेटवर्क चला रहा है. बाहर में रहनेवाले साथियों के साथ भी फोन से संपर्क कर क्राइम करा रहा है.

क्या बोले जेल अधीक्षक अजय कुमार
धनबाद जेल के भीतर रोजाना वे खुद सुबह और शाम सभी वार्डों की जांच करते हैं. अभी तक किसी भी बंदी को मोबाइल से बात करते नहीं देखा गया है. जेल गेट पर जांच के बाद ही खाना या कपड़ा व अन्य उपयोग में होने वाली सामग्री बंदी के पास पहुंचती है. प्रतिबंधित सामान मोबाइल या अन्य वस्तु जेल के भीतर नहीं आता है. जेल के भीतर से कैदियों की ओर से मोबाइल से बात करने की बात अफवाह है. सिंदरी थाना क्षेत्र के डोमगढ़ डीकेफोर 145 निवासी विजय पांडेय की छोटी पतोहू 32 वर्षीय अर्चना की मौत बीते सोमवार की सुबह संदिग्ध अवस्था में हो गई. इसको लेकर पश्चिम बंगाल के हुगली जिला निवासी मृतका की मां श्रीमती शर्मा ने मंगलवार को आजसू सिंदरी नगर प्रवक्ता सुमित पांडेय सहित पूरे परिवार पर दहेज के कारण गला घोंटकर हत्या की लिखित शिकायत सिंदरी थाना में की है. मृतका की छोटी बहन प्रतिमा शर्मा सहित पूरे मायकेवालों ने ससुरालवालों पर जबरन मारपीट का भी जिक्र किया है.

श्रीमती शर्मा ने पुलिस को दिए लिखित शिकायत में दहेज को लेकर पूर्व में हुई मारपीट की घटनाओं का जिक्र करते हुए मृतका के पति मनीष पांडेय, ससुर विजय पांडेय, सास मीना देवी, जेठ प्रकाश उर्फ पप्पू पांडेय, जेठानी प्रभा देवी, सुमित उर्फ पिंकू पांडेय पर हत्या का आरोप लगाया है. उन्होंने शिकायत पत्र में बताया है कि नौ वर्ष पूर्व अर्चना और मनीष की शादी हुई थी. शादी के बाद से लगातार दहेज के रूप में ससुरालवालों द्वारा गहने और रुपये की मांग की जा रही थी. मृतका अपने पीछे नौ वर्ष और चार वर्ष के दो पुत्रों को छोड़ गई है. मृतका का शव पोस्टमार्टम होकर आने के बाद मां श्रीमती शर्मा और बहन प्रतिमा शर्मा के चित्कार से माहौल गमगीन हो गया. श्रीमती शर्मा ने सुमित पांडेय सहित पूरे ससुरालवालों पर उनकी पुत्री प्रतिमा शर्मा के साथ मारपीट का भी जिक्र अपने लिखित शिकायत में की है. प्रतिमा शर्मा ने आरोप लगाते हुए बताया कि पोस्टमार्टम के बाद आए शव को देखने के दौरान बहन के ससुर विजय पांडेय और जेठ सुमित पांडेय ने मारपीट के साथ कपड़े भी फाड़े. सूचना के अनुसार मृतका का अंतिम संस्कार ससुरालवालों ने सिंदरी के दामोदर नदी घाट पर मंगलवार की शाम किया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *