भारतीय महिला टीम ने रचा इतिहास, टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को पहली बार हराया

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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को इतिहास रच दिया. मेजबान टीम ने रविवार को यहां एकमात्र टेस्ट में आठ विकेट की जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम को पहली बार टेस्ट मैच में शिकस्त दी. मैच के अंतिम दिन भारत ने बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन किया. भारतीय गेंदबाजों ने सुबह 28 रन देकर ऑस्ट्रेलिया के पांच विकेट चटकाए. जिससे मेहमान टीम दूसरी पारी में 261 रन पर सिमट गई. भारत को 75 रन का लक्ष्य मिला, जो उसने 19वें ओवर में दो विकेट पर 75 रन बनाकर हासिल कर लिया. सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना 38 रन बनाकर नाबाद रहीं. जेमिमा रोड्रिग्स भी 12 रन बनाकर नाबाद रहीं. भारतीय महिला टीम 1995 के बाद पहली बार किसी सत्र में घरेलू सरजमीं पर एक से अधिक टेस्ट खेल रही थी और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरे मैच के दौरान टीम दबदबा बनाने में सफल रही. भारत ने इससे पहले डीवाई पाटिल स्टेडियम में इंग्लैंड की महिला टीम को भी एकमात्र टेस्ट में 347 रन के बड़े अंतर से हराया था. यह टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से इंग्लैंड के खिलाफ किसी भी टीम की सबसे बड़ी जीत थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 टेस्ट में यह भारत की पहली जीत है. भारतीय महिला टीम ने अब तक 40 टेस्ट में सात जीत दर्ज की है, जबकि छह मैच गंवाए है. टीम के 27 मैच ड्रॉ रहे हैं. पिछले हफ्ते इंग्लैंड के खिलाफ जीत के दौरान जहां जेमिमा, शुभा सतीश और रेणुका सिंह ठाकुर जैसे नए टेस्ट सितारे उभरे तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 20 साल की रिचा घोष ने पदार्पण करते हुए 52 रन की पारी खेली. चौथे दिन की सुबह भारतीय स्पिनरों का दबदबा रहा. स्नेह राणा (63 रन पर चार विकेट) और राजेश्वरी गायकवाड़ (42 रन पर दो विकेट) ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को समेटने में अधिक समय नहीं लगाया. ऑस्ट्रेलिया की नजरें अपनी 46 रन की बढ़त को मजबूत करने पर टिकी थी लेकिन पहले सत्र में 45 मिनट के भीतर ही उसने अपने बाकी बचे पांच विकेट गंवा दिए. पूजा वस्त्राकर (40 रन पर एक विकेट) ने ऐशलेग गार्डनर (07) को पगबाधा करके भारत को दिन की पहली सफलता दिलाई. स्नेह ने इसके बाद अनाबेल सदरलैंड (27) और एलेना किंग (00) को पवेलियन भेजा. राजेश्वरी ने किम गार्थ (04) को आउट करके पारी की पहली सफलता हासिल की और फिर जेस योनासेन (09) को बोल्ड करके ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी का अंत किया. पहली पारी में 219 रन बनाने वाले ऑस्ट्रेलिया ऩे दूसरी पारी में 261 रन बनाए. पहली पारी में 406 रन बनाने वाले भारत को 75 रन का लक्ष्य मिला. शेफाली वर्मा (04) ने पारी की पहली गेंद पर चौका मारा लेकिन गार्थ के इसी ओवर में विकेटकीपर एलिसा हीली को कैच दे बैठीं. बेन मूनी ने गार्डनर की गेंद पर रिचा घोष (13) का आसान कैच टपकाया जबकि उन्होंने खाता भी नहीं खोला था. स्मृति और रिचा ने दूसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़कर भारत की राह आसान की. रिचा के आउट होने के बाद स्मृति ने जेमिमा के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया.

हार पर एलिसा ने कहा, यह कोई झटका नहीं

ऑस्ट्रेलिया की महिला क्रिकेट टीम की कप्तान एलिसा हीली ने रविवार को कहा कि एकमात्र टेस्ट में भारत के खिलाफ उनकी टीम की पहली हार कोई झटका नहीं है. अगले साल बांग्लादेश में होने वाला टी20 विश्व कप जीतना उनका लक्ष्य है. भारतीय महिला टीम ने एकमात्र टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम पर एतिहासिक पहली जीत दर्ज की और 28 वर्षों में टेस्ट क्रिकेट के अपने पहले ‘घरेलू सत्र’ का शानदार अंत किया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 टेस्ट में यह भारत की पहली जीत है. जब एलिसा से पूछा गया कि अपने दबदबे वाले रिकॉर्ड को ध्यान में रखते हुए वह इस हार को कैसे देखती हैं तो उन्होंने मीडिया से कहा, ‘‘शायद एक झटका भी नहीं है. यह एक ऐसा प्रारूप है जहां हम परिस्थितियों से अधिक परिचित नहीं हैं.’’ एलिसा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की टीम में काफी बदलाव आया है लेकिन वे इस समय जिस स्थिति में हैं उसमें सहज हैं.

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