जैक बोर्डः पांच फीसदी गिरा मैट्रिक रिजल्ट का ग्राफ

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जैक बोर्ड ने शुक्रवार को मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर दिया. इस साल मैट्रिक के रिजल्ट में पिछले साल की तुलना में 5.081 फीसदी की गिरवाट आई है. इस साल 90.391 फीसदी विद्यार्थी सफल रहे. जबकि पिछले साल 95.472 विद्य़ार्थी सफल रहे थे. वहीं छात्र-छात्राओं का पास परसेंटेंज भी गिरा है. इस साल छात्रों का पास परसेंटेंज 89.70 फीसदी है. जबकि पिछले साल छात्रों का पास परसेंटेंज 95.29 था. वहीं इस साल छात्राओं का पास परसेंटेंज 91.00 फीसदी रहा, जबकि यह पिछले साल 95.63 फीसदी था. इस हिसाब से छात्रों के पास परसेंटेंज में 5.59 फीसदी और छात्राओं के पास परसेंटेंज में4.63 फीसदी की गिरावट आई है. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के गृह जिले सरायकेला में 7.45 फीसदी रिजल्ट की गिरावट आई है. जैक ने 30 दिन पहले यह रिजल्ट जारी किया है.

दो लाख 5 हजार 110 को मिला फर्स्ट डिवीजनइस साल चार लाख 18 हजार 623 विद्यार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी, जिसमें दो लाख पांच हजार 110 विद्यार्थी फर्स्ट डिवीजन से पास हुए. एक लाख 53 हजार 733 विद्य़ार्थी सेकेंड डिवीजन और 19 हजार 555 विद्य़ार्थी थर्ड डिवीजन से पास हुए.फर्स्ट डिवीजन में छात्राओं ने बाजी मारीफर्स्ट डिवीजन पास करने में छात्राओं ने बाजी मारी है. कुल 1 लाख 9 हजार 402 छात्राओं को फर्स्ट डिवीजन मिली है. वहीं 95 हजार 708 छात्र फर्स्ट डिवीजन से पास हुए. 72,637 छात्रों को सेकेंड और 81,096 छात्राओं को सेंकेंड डिवीजन मिला. कुल 1 लाख 53 हजार,733 विद्यार्थी सेंकेंड डिवीजन से पास हुए. 9504 छात्र थर्ड डिवीजन से पास हुए. जबकि 10 हजार 51 छात्राएं थर्ड डिवीजन से उत्तीर्ण हुईं. वहीं कुल 19,555 विद्यार्थी थर्ड डिवीजन से उत्तीर्ण हुए.

सीएम के गृह जिले में 7.45% रिजल्ट में गिरावट

मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के गृह जिला सरायकेला-खरसांवा में मैट्रिक के रिजल्ट में 7.45 फीसदी की गिरवाट आई है. इस साल सरायकेला में 89.57 विद्यार्थी ही सफल रहे हैं. जबकि पिछले साल 97.02 फीसदी विद्यार्थी सफल रहे थे. इस साल सरायकेला में 6428 विद्यार्थी फर्स्ट डिवीजन से पास हुए हैं. 4588 सेकेंड और 612 थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं. इस जिले में 2955 छात्र प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं. 2266 छात्र सेकेंड और 349 थर्ड डिवीजन से पास हुए हैं. वहीं 3473 छात्राएं फर्स्ट डिवीजन से पास हुई हैं. 2322 छात्राएं सेकेंड और 263 छात्राएं थर्ड डिवीजन से पास हुई हैं.

पिछले सात साल में कैसा रहा रिजल्ट का प्रतिशत

वर्ष सफलता का प्रतिशत

2017 67.83

2018 59.56

2019 70.81

2020 75.07

2021 95.95

2022 95.78

2023 95.47

2024 90.39

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