बाघमारा थाना क्षेत्र के भीमकनाली स्थित बीसीसीएल आवासीय कॉलोनी में अंकिता रुंडा (उम्र 22 वर्ष) पिता स्व. अनीश रुंडा का शव उसके आवास में संदेहास्पस्द अवस्था में मिला. घटना के संबंध में युवती की मां रोजलीन रुंडा ने बताया कि वे सिटी स्कैन के लिए अपनी छोटी बेटी के साथ धनबाद गई थी. उन्होंने बताया कि धनबाद जाने से पूर्व उसकी पुत्री ने खाना खाने के बाद बाहर से दरवाजा लगा देने को कहा. घर में ओर कोई नहीं था. जब वह धनबाद से वापस आई तो पुत्री को आवास में बदहवास अवस्था में पाया. इसके बाद आसपास के लोगों की मदद से उसे उठाकर डुमरा क्षेत्रीय अस्पताल ले गये. जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. मृतका बीसीसीएल बरोरा क्षेत्र के मुराईडीह पीओ ऑफिस में प्रोविजनल नौकरी कर रही था. धनबाद उत्पाद विभाग ने की कार्रवाई, 4 पेटी और एक बोड़ा शराब की बोतल का कैप बरामद. धनबाद उत्पाद विभाग की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दारू की बोतल का 4 पेटी और एक बोड़ा कैप बरामद किया. शहर के पॉश इलाके में यह धंधा फल फूल रहा था. उत्पाद निरीक्षक कुंदन कौशल ने बताया कि गुप्त पर कार्रवाई की गई. रणधीर वर्मा चौक के पास एक टेंपू में लादकर इसे बाहर भेजने की तैयारी में तस्कर थे. मगर उससे पहले ही पुलिस ने बरामद कर लिया. कुमारधुबी के नीलाम केएमसीईएल के मजदूरों ने बकाया को लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया है. रविवार की शाम कुमारधुबी बगान धौड़ा स्थित गांधी आश्रम के समक्ष सभा कर मजदूरों ने आंदोलन का बिगुल फूंका. सभा में मुख्य रूप से भाजपा ग्रामीण जिला उपाध्यक्ष सह चिरकुंडा नगर परिषद के उपाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह उपस्थित थे. श्री सिंह ने कहा कि पचास साल से अधिक समय से मजदूर के साथ अन्य लोग यहां निवास कर रहे हैं. जिन्हें बेघर करने की साज़िश रची जा रही है. जबकि मजदूरों को अब तक बकाया भुगतान भी नहीं हुआ है. लोगों को बेघर नहीं होने दिया जायेगा. जरूरत पड़ी तो कोर्ट का दरवाजा खट खटाया जायेगा. उन्हें पूरा भरोसा है कि जीत मजदूरों की होगी और हम कुमारधुबी के अस्तित्व को बचाने में जरूर कामयाब होंगे. श्री सिंह ने कहा कि जमीन का सर्वे कराकर दिवाली और छठ पर्व के समय मजदूरों के साथ यहां के लोगों को डराने का काम किया जा रहा है. जबकि बगान धौड़ा निवासी जयंत दास की पीएम से की गयी शिकायत के आलोक में तत्कालीन सीओ अमृता कुमारी ने अपनी जांच रिपोर्ट में यहां की जमीन को गैर आबाद बताया था. वहीं सांसद पीएन सिंह ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र भेजकर यहां के लोगों के घर और रोजगार की सुरक्षा की मांग की थी. सरकार के सचिव ने धनबाद डीसी से मंतव्य के साथ इसपर जवाब मांगा था. लेकिन नौ माह बीत गये इसपर कोई पहल नहीं की गयी. अब यहां के लोगों के पास आंदोलन या कोर्ट का दरवाजा खट खटाने के अलावे कोई रास्ता नहीं बचा है. इसके लिये सभा के दौरान कुमारधुबी बचाओ समिति का गठन कर लिया गया है. किसी भी सूरत में कुमारधुबी के अस्तित्व को खत्म होने नहीं दिया जायेगा.