गैंगस्टर प्रिंस खान के कहने पर व्यवसायियों से रंगदारी वसूलने और गैंग में शामिल सदस्यों के खाते में रुपये ट्रांजेक्शन करनेवाले दो गुर्गों को पुलिस ने सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया. दोनों को गोविंदपुर स्थित एक घर से 68 हजार रुपये और दो मोबाइल के साथ दबोचा गया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है. सिटी एसपी अजीत कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों को कहा कि भूली का विशाल नंदी और नया बाजार का अरसद हुसैन पिछले कई महीनों से प्रिंस खान गैंग के लिए काम कर रहा था. दोनों का काम व्यवसायियों से रंगदारी वसूलना और शूटरों को हथियार सप्लाई करना था. इससे पूर्व प्रिंस खान के हाल ही में राहुल सिंह, मो. छोटू, राजीव साव समेत कई लोग जेल जा चुके हैं. विशाल नंदी और अरशद का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है. अबतक दोनों कितने व्यवसायियों से रंगदारी वसूल चुके हैं और कितने रुपये का ट्रांजेक्शन किया है, पुलिस इसका पता लगा रही है. इसके अलावा हथियार लेकर कितने शूटरों को सप्लाई किया है. हथियार कहां से मंगाया जाता था, इसका भी पता लगाने में जुटी है. एसपी का दावा है कि प्रिंस खान भारत लौटेगा और उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा. फिलहाल अभी वह विदेश में छिपा है. पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पुटकी 17 नंबर में संचालित गोपालीचक कोलियरी की कोयला उत्खनन परियोजना को ग्रामीणों ने अनिश्चितकाल तक के लिए बाधित कर दिया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विकास कुमार चौधरी तथा संचालन गया सहमत ने किया. मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व प्रखंड प्रमुख धनबाद भानू प्रताप ने कहा कि सुरक्षा मानकों की धज्जियां उड़ाकर खनन परियोजना चलाई जा रही है. पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है. जब तक समस्या का समाधान नहीं होगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
कार्यक्रम को मुख्य रूप से कोयलांचल नागरिक समिति के अध्यक्ष चन्द्र शेखर पाठक, विकास भारती, पिंटू सिंह, छोटू यादव आदि ने संबोधित किया. इसके अलावे जयंत प्रवीण, मोहम्मद नसीम दीपक कुमार, रामधन भगत, अजय यादव, टिंकू अंसारी, मोहम्मद वसीम, सुधीर यादव आदि उपस्थित थे. मंगलवार 7 नवंबर को धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर चिटफंड कंपनी बेसिल इंटरनेशनल में पैसा जमा करने वाले निवेशकों ने बेसिल अभिकर्ता एवं निवेशक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले एक दिवसीय धरना दिया. धरना के माध्यम से निवेशकों ने राज्य सरकार से बेसिल के जब्त किए गए संपत्ति को नीलाम कर जल्द पैसा वापस करने की मांग की. साथ ही निवेशकों ने उक्त मांगों को लेकर राज्यपाल के नाम धनबाद डीसी को ज्ञापन भी सौंपा. धरना का समर्थन धनबाद सांसद पशुपतिनाथ सिंह, बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो और भाजपा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रमेश राही ने भी किया और धरना में उपस्थित रहे.
वहीं धरना में मौजूद नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि 2015-16 में फरार चिटफंड कंपनी बेसिल के खिलाफ आंदोलन किया गया था. जिसके बाद राज्य सरकार के नेतृत्व में बेसिल के 200 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई. जब्त संपत्ति को नीलम कर निवेशकों को पैसा वापस करने का सरकार ने आश्वासन दिया था. लेकिन 7 साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने निवेशकों का पैसा वापस नहीं किया. जिसे लेकर निवेशकों में रोष है. इसी को लेकर मंगलवार को एक दिवसीय धरना दिया. धरना के बाद अगर सरकार निवेशकों का पैसा वापस नहीं की तो आगे आंदोलन और तेज होगा.