डीजीपी के माध्यम से धनबाद एसएसपी संजीव कुमार को कोर्ट ने शो-कॉज किया है. पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में कथित शूटर की भूमिका निभाने वाले अमन सिंह को सुरक्षा व्यवस्था के बीच इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के मामले में अदालत ने यह शो-कॉज किया है. इससे पूर्व अदालत द्वारा वरीय पुलिस अधीक्षक को शो-कॉज किया गया था. परंतु एसएसपी की ओर से अदालत को शो-कॉज का जवाब नहीं दिया गया. अदालत आदेश का अनुपालन न किए जाने के कारण अदालत ने शुक्रवार को राज्य के डीजीपी के माध्यम से वरीय पुलिस अधीक्षक को शो कॉज किया है. जेल में बंद अमन सिंह की ओर से उसके अधिवक्ता दीप नारायण भट्टाचार्य ने अदालत में आवेदन देकर कहा था कि अमन सिंह की किडनी में स्टोन हो गया है. जिसका उपचार करना आवश्यक है, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था के बीच अमन सिंह को एसएनएनएमसीएच अस्पताल में इलाज करवाया जाए. अदालत अमन सिंह को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अस्पताल में इलाज करने का निर्देश दिया था, परंतु अमन सिंह को आज तक अस्पताल नहीं ले जाया गया. बताया गया कि अमन सिंह की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा बल मुहैया नहीं कराया गया. अमन सिंह के अधिवक्ता ने इसकी शिकायत अदालत से की, जिस पर संज्ञान लेते हुए अदालत में वरीय पुलिस अधीक्षक को शो कॉज किया था. अमन सिंह के अधिवक्ता दीप नारायण भट्टाचार्य ने बताया कि वह इस मामले को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग तक ले जाएंगे.
अगले 25 वर्षों में हमारा देश विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है. वह भविष्य आज के हमारे मेहनत, लगन, कार्य पर निर्भर करेगा. इसके लिए हमें अपना माइंड सेट बदलना होगा और उसे विचार पर चलना होगा, जिसमें एक विद्वान ने कहा था कि “आप यह न पूछे कि देश आपके लिए क्या कर सकता है, बल्कि यह तय करें कि आप देश के लिए क्या कर सकते हैं”. उक्त बातें राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कही. वे 10 नवंबर को आईआईटी-आईएसएम में आयोजित विकसित भारत @2047 टॉक सीरीज के तीसरे व्याख्यान के दौरान कही. संस्थान के पेनमैन हॉल में भारत लोकतंत्र की जननी है विषय पर आयोजित टॉक सीरीज में उन्होंने ऋग्वेद,, अथर्ववेद कौटिल्य के अर्थशास्त्र से संदर्भित उदाहरण प्रस्तुत किये.
5000 वर्ष पूर्व भी भारत में था लोकतंत्र
उन्होंने बताया कि भारत में 5000 वर्ष पूर्व लोकतंत्र की नींव पड़ चुकी थी. 2300 वर्ष पूर्व चाणक्य ने अपनी पुस्तक में लोकतंत्र की परिभाषा दी थी, जिसका प्रभाव अब्राहम लिंकन द्वारा 160 वर्ष पूर्व दी गई, जो परिभाषा में भी झलकता है. ऋग्वेद में सभा और समिति की व्याख्या है जो भारत लोकतंत्र की जननी है के आधार को मजबूत करता है. बताया कि चेन्नई के एक मंदिर में मिले अभिलेख से यह पता चलता है कि सैकड़ों वर्ष पूर्व भी लोकतंत्र में उम्मीदवार की स्वच्छता को लेकर कायदे-कानून तय थे.
भारत ने विकास को आत्मसात किया, इसलिए यहां की सभ्यता आज भी है जिंदा
हरिवंश ने कहा कि देश में सभा, समिति और पंचायत सतत अस्तित्व में रहा. उन्होंने कॉपरनिकस, ब्रूनो, गैलीलियो और रूसो जैसे वैज्ञानिकों का उदाहरण देते हुए कहा कि पश्चिम के देशों में जिसने भी वैज्ञानिक विकास की बात की उसे सजा मिली. लेकिन भारत ने विकास को आत्मसात किया, इसलिए आज भी प्राचीन सभ्यता यहां जिंदा है. उन्होंने महान लेखक जॉर्ज बर्नार्ड शॉ के कथन से इसकी व्याख्या की. 1820 तक विश्व की जीडीपी में 23 प्रतिशत था योगदान
समृद्ध भारत का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि कॉलोनियल सिस्टम आने के पूर्व 1820 तक दुनिया की जीडीपी में भारत का योगदान 23% था जो कि वर्ष 1947 में गिरकर 3% पर चला आया और वर्तमान में यही स्थिति है. लेकिन वर्तमान में विश्व की बड़ी कंपनियों में 65% भारतीय युवा बड़े ओहदे पर हैं जो की यह बताता है कि देश के युवाओं में क्षमता की कमी नहीं है. जो आने वाले 25 वर्षों में विकसित भारत के सपने को साकार कर सकते हैं. इसके पूर्व आईआईटी आईएसएम के निदेशक प्रो. जेके पटनायक और उपनिदेशक प्रो. धीरज कुमार ने उनका स्वागत किया. मौके पर मीडिया एंड ब्रांडिंग की डीन प्रो. रजनी सिंह, मुख्य सुरक्षा अधिकारी राम मनोहर के साथ अन्य मौजूद थे.