रांची: झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन अंसारी ने आज अपने आवास पर अंजुमन इस्लामिया रांची के पूर्व अध्यक्ष एवं झारखंड राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्य इबरार अहमद द्वारा लिखित पुस्तक ‘वक्फ और सियासत’ का लोकार्पण किया। यह पुस्तक वक्फ प्रबंधन और भारतीय राजनीति में इसकी भूमिका के महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डालती है।
लोकार्पण समारोह में मंत्री ने इबरार अहमद के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह पुस्तक वक्फ संपत्तियों के उचित प्रबंधन और उनके लाभ को समाज के गरीब और वंचित तबके तक पहुंचाने में मददगार साबित होगी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वक्फ केवल धार्मिक महत्व की संपत्तियां नहीं हैं, बल्कि ये समाज के आर्थिक और शैक्षिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
लेखक इबरार अहमद ने इस अवसर पर अपनी पुस्तक के लेखन के पीछे के उद्देश्यों को साझा किया। उन्होंने बताया कि ‘वक्फ और सियासत’ वक्फ के इतिहास, वर्तमान चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं का एक विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करती है। पुस्तक में वक्फ बोर्डों की कार्यप्रणाली, कानूनी पहलुओं और राजनीतिक हस्तक्षेपों पर भी गहराई से चर्चा की गई है।
इस सादे समारोह में समाजिक कार्यकर्ता गुलरेज अंसारी, माही के सदस्य मोहम्मद शकील भी उपस्थित थे। उम्मीद है कि यह पुस्तक वक्फ से जुड़े मुद्दों पर एक स्वस्थ बहस को बढ़ावा देगी और इसके बेहतर प्रबंधन के लिए नए विचारों को जन्म देगी ।
