कांग्रेस के सांसद धीरज प्रसाद साहू के परिवार की कंपनी के परिसरों से 350 करोड़ रुपए और तीन किलोग्राम सोना जब्त करने के बाद आयकर विभाग संभवत: गाड़ कर रखी गई कीमती वस्तुएं बरामद करने के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल कर रहा है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. आयकर विभाग की टीम रांची और लोहरदगा में साहू के मकानों में भू निगरानी प्रणाली का उपयोग कर रही है. एक अधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर उन्हें काफी नकदी मिली है. विभाग अत्याधुनिक तकनीक से लैस है, इसलिए आप किसी भी खोज में नवीनतम उपलब्ध तकनीक के उपयोग की उम्मीद कर सकते हैं. भू-निगरानी प्रणाली का उपयोग करके जमीन के नीचे छिपे सोने के आभूषण और अन्य कीमती सामान का पता लगाया जा सकता है. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि ओडिशा और झारखंड में पंजीकृत वाहनों में सवार होकर पहुंचीं आईटी कई टीम रांची और लोहरदगा में राज्यसभा सदस्य से जुड़े परिसरों की तलाशी ले रही है. साहू से संपर्क नहीं हो पाया, जबकि दिल्ली में उनके कार्यालय के कर्मचारियों ने कहा कि वह पिछले तीन दिन से उनके संपर्क में नहीं हैं.
घर के बाहर सीआईएसएफ के जवान तैनात
आईटी के अधिकारी कई वाहनों में बुधवार को रांची और लोहरदगा स्थित धीरज साहू के आवास पहुंचे. फिर आवास के मुख्य द्वार को बंद कर दिया. सीआईएसएफ के जवान सुरक्षा में तैनात हो गए हैं. किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी. जैसे ही लोगों को पता चला कि इनकम टैक्स की टीम फिर से जांच के लिए पहुंची है, वैसे ही राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू के घर के बाहर भीड़ जमा होनी शुरू हो गई थी.
ओडिशा स्थित ठिकानों पर आईटी रेड समाप्त
बता दें कि सांसद धीरज साहू से संबंधित ओडिशा स्थित ठिकानों पर आईटी की छापेमारी मंगलवार को ही समाप्त हो गई. इसके बाद आयकर अधिकारी और सीआईएसएफ कर्मी चले गए. धीरज साहू से संबंधित ठिकानों पर छह दिन तक आईटी छापेमारी जारी रही. इससे पहले सोमवार तक आयकर विभाग की टीम ओडिशा के बलांगीर स्थित सूदपाड़ा में बलदेव साहू इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के परिसर में छापेमारी कर रही थी. वहीं जब्त रकम को आयकर विभाग के बलांगीर एसबीआई शाखा में जमा करा दिया गया है.
