आज रांची में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, झारखंड की माननीय सांसद महुआ माजी जी के सुरक्षाकर्मी बीरेंद्र गोप ने सड़क पर मिला एक पर्स उसके वास्तविक मालिक को लौटा दिया।
यह पर्स करमटोली निवासी श्री प्रशांत जी का था, जो अपने पिता के निधन के उपरांत बेंगलुरु से रांची आए थे और श्राद्ध कर्म से संबंधित क्रिया कर्म के सिलसिले में नक्षत्र वन गए थे। इसी क्रम में उनका पर्स रास्ते में गिर गया था। पर्स में नगद राशि, सोने की चेन तथा एटीएम कार्ड सहित कई महत्वपूर्ण कार्ड एवं वस्तुएँ थीं।
पर्स मिलने पर सांसद महुआ माजी जी के सुरक्षाकर्मी बीरेंद्र गोप ने तुरंत जिम्मेदारी निभाते हुए इसकी सूचना महुआ माजी को दी । महुआ माजी ने मेहनतपूर्वक पर्स के वास्तविक स्वामी की खोज की और उनके घर पर आदमी भेज कर उन्हें अपने यहां बुलाया और उनको उनका पर्स सौंप दिया। उन्होंने अपने गार्ड वीरेंद्र गोप को शॉल ओढ़ाकर, बुके देकर सम्मानित भी किया।
इस घटना ने यह सिद्ध कर दिया है कि ईमानदारी और संवेदनशीलता ही पुलिस और सुरक्षा बलों की असली पहचान है।
अपना पर्स वापस मिलने पर प्रशांत जी ने झारखंड पुलिस और सांसद महुआ माजी जी की सुरक्षा टीम, विशेषकर बीरेंद्र गोप की ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा की हार्दिक सराहना की। इस प्रकार की घटनाएँ समाज में विश्वास और सकारात्मक संदेश स्थापित करती हैं।