नाम बदल जाता है ,समय बदल जाता है लोग बदल जाते है इंसान बदल जाते है

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नाम बदल जाता है ,समय बदल जाता है लोग बदल जाते है इंसान बदल जाते है , लेकिन पहचान कभी नही बदलता , हमारे राजधानी रांची में कई ऐसे चौक चौराहे है गालियां है , जो वर्षो से उनके पुराने नाम पुराने लैंडमार्क के वजह से ही जाने जाते है , भले ही उन जगहों का उन लैंडमार्क का अस्तित्व समाप्त हो चुका है , लेकिन आज भी हम उन रास्तों को उन चौक चौराहों को उन गलियों को उन जगहों को उनके पुराने पहचान से ही जानते है , चलिए बदलते जमाने के साथ हमारे राजधानी रांची में क्या कुछ बदलाव हुआ लेकिन उसके बावजूद हम उन्हे अब भी उनके पुराने नाम से ही पहचान पाते है , उस पर एक नजर डालते है ,

सबसे पहले नंबर पर आता है , राजधानी रांची के मेन रोड में स्थित यह गली , यह कौन सा गली है आपको पता है , ये है विष्णु गली , एक समय में यहां विष्णु टाकीज हुआ करता था रांची का जाना माना सिनेमा हॉल अब विष्णु टाकीज के जगह पर यह होटल खुल चुका है लेकिन आज भी हम इस गली को अपने पुराने विशुनु गली के नाम से ही जानते है , क्या आप जानते है कि एक समय में यह यूवाओ का स्कूल कॉलेज बंक कर के टाइम पास करने का खास डेस्टिनेशन हुआ करता था

अब चलिए दूसरे जगह को आपको दिखाते है

इस चौक को तो आप पहचानते ही होंगे , यह चौक है रतन टाकीज चौक , एक समय में यहां रतन सिनेमा हाल हुआ करता था , लेकीन अब सिर्फ नाम और पहचान ही बचा है , इस सिनेमा हाल में किस किस ने फिल्म देखी है , जरा कमेंट कर के बताए , सिनेमा हॉल तो नही रहा लेकिन उससे जुड़ी याद आज भी हमारे दिलो में बसी है , हालांकि इस चौक को ikra मस्जिद के वजह से इकरा मस्जिद चौक भी कहा जाता है

तीसरे नंबर के लिस्ट में है ये गली , ये गली आपको आगे ले जाकर पहाड़ी मंदिर से मिलाती है , जानते है इस गली का नाम क्या है , इसे कहते है मीनाक्षी गली , मीनाक्षी भी एक सिनेमा हाल हुआ करती थी , ये हॉल एक समय में काफी फेमस हुआ करता था , बाकी सिनेमा घरों से इस हाल के टिकट के प्राइस कुछ कम हुआ करते थे , आपको पता है , रांची के इस रूट से ग्रामीण इलाको जैसे इटकी बेदी नगड़ी, कुडू मंडार चांहो के लोगो का यह पसंदीदा सिनेमा घर हुआ करता था , अरमा से आते थे और फिल्म देखा करते थे , कोई एक्स्ट्रा खर्च नही , फिलहाल सिनेमा घर गोडाउन में तब्दील हो चुका है , लेकिन जानने वाले इस गली को आज भी मीनाक्षी गली के नाम से ही जानते है , ऑटो वाले रिक्शे वाले को आप आसानी से मीनाक्षी गली बताएंगे तो आपको यह पहुंचा देंगे

चौथे नंबर के लिस्ट में ये जगह आता है , जानते है ये सिनेमा हाल कौन सा है , ये है गैलेक्सी मॉल और गैलसिया सिनेमा , लेकिn इस सिनेमा घर की badkismati है या अच्छी बात है ये तो मैं नहीं जानता की9की उसे आज भी लोग गलाक्सिया सिनेमा नही बल्कि उपहार हाल के नाम से जानते है , उपहार हॉल भी एक जमाने का मशहूर सिनेमा घर हुआ करता था , फिलहाल उपहार अब गलासिया सिनेमा है , लेकिन इसे अब भी उपहार ही बोला जाता है , आप किस नाम से पुकारते है , कमेंट कर के जरूर बताएं

हमारे पांचवे नंबर के लिस्ट में आता है ये रस्ता इस रास्ते को भी रांचीवाले पहचानते जरूर होंगे , ये है पुरुलिया रोड, इस रोड से आप इधर चले जायेंगे तो आयेगा सर्जना चौक , इधर जाएंगे तो आयेगा डांगरा टोली चौक लेकिन मैं जिस जगह पे खड़ा हूं वो कौन सी जगह है आप जानते है , इस जगह को संध्या सिनेमा के लैंडमार्क के नाम से जानते है , वैसे तो संध्या सिनेमा अब रहा नही , यहां पे ये मॉल बन चुका है , और सिनेमा हॉल के नाम पर यहां भी मल्टीप्लेक्स मेराज सिनेमा खुल चुका है , लेकिन हंसी वाली बात ये है कि आज भी लोग यहां मूवी देखते है तो कहते है संध्या सिनेमा गए थे , और किसी को इस जगह में बुलाना हो तो संध्या सिनेमा का ही लैंडमार्क बताते है , रिक्शे वाले ऑटो वाले को बताइएगा न के मेराज सिनेमा ले चलिए तो बड़े आचार्यक जनक तरीके से आपका मुंह ताकेंगे , हो सकता है मेराज सिनेमा बता दिए तो भाड़ा भी ज्यादा चार्ज कर दे बाहरी समझ के , इस सिनेमा हाल की जानते है क्या खसियत थी , इसका रियर स्टॉल यानी के नीचे बैठकर देखना वाला हिस्सा रांची में सबसे बड़ा था , सबसे ज्यादा सीट भी इसी हाल में थी , एक और खास बात यह है कि इस हाल के रूट में कई बड़े बड़े स्कूल भी आते है , और रांची की जान जेवियर कॉलेज भी आता है इस वजह से यह पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का यह प्रमुख अड्डा हुआ करता था , कई बार तो इन स्कूलों और कॉलेजों के टीचर्स भी यहा क्लास बंक कर के मूवी देखने आ जाया करते थे , मैंने भी अपने एक शिक्षक को ऑन स्पॉट यहां पकड़ा था , वो भी भागे हुए थे ओर मैं भी , इस जगह को फिलहाल संध्या सिनेमा के नाम से ही जाना जाता है ,

इसी तरह से रांची में और भी कई जगह है जिनके नए नए नामकरण तो हो चुके है लेकिन हम आज भी उन्हे उनके पुराने नाम से ही जानते है , क्या आप भी ऐसे कुछ जगहों को जानते है , कामनेट बॉक्स में कमेंट कर के जरूर बताएं , मिलेंगे नए टॉपिक के साथ , धन्यवाद

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