सा कैथोलिक ईसाइयों के धार्मिक गुरु पोप फ्रांसिस (Pope Francis on Sex) ने कहा है. हाल ही में रिलीज हुई डिज़नी प्लस की एक डॉक्यूमेंट्री में पोप फ्रांसिस ने ये बात कही है. डॉक्यूमेंट्री का नाम है “द पोप आन्सर्स” (The Pope Answers).
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डॉक्यूमेंट्री में पोप की एक मीटिंग का जिक्र है. मीटिंग में पोप कुछ युवाओं के साथ बातचीत कर रहे हैं. इसी दौरान युवा उनसे कई टॉपिक पर सवाल करते हैं. जैसे, कैथोलिक चर्च के भीतर LGBT अधिकार, पॉर्न इंडस्ट्री, सेक्स और सेक्स एब्यूज़. इन्हीं सवालों का जवाब देते हुए पोप फ्रांसिस कहते हैं, सेक्स ईश्वर द्वारा मनुष्य को दी गई खूबसूरत चीजों में से एक है.
मास्टरबेशन यानी हस्तमैथुन के सवाल पर जवाब देते हुए पोप आगे बताते हैं,
“अपने आप को सेक्शुअली एक्सप्रेस करना एक समृद्धि है. इसलिए जो चीज आपको असल सेक्शुअल एक्सप्रेशन से दूर करती है, वो इस समृद्धि को कम करती है.”
LGBTQ अधिकारों पर भी पोप फ्रांसिस ने अपना पक्ष रखा. पोप ने कहा कि कैथोलिक चर्च को ऐसे लोगों का स्वागत करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा,
“सभी व्यक्ति ईश्वर की संतान हैं. ईश्वर किसी को भी अस्वीकार नहीं करता. ईश्वर एक पिता है. मेरे पास किसी को चर्च से निकालने का कोई अधिकार नहीं है.”
पोप फ्रांसिस ने महिलाओं से जुड़े अधिकारों पर भी बात की. गर्भपात पर बोलते हुए फ्रांसिस ने कहा कि पादरियों को गर्भपात कराने वाली महिलाओं के प्रति दयालु होना चाहिए. लेकिन उन्होंने कहा कि गर्भपात की प्रथा अस्वीकार्य है.
इससे पहले पोप फ्रांसिस ने हालिया इंटरव्यू में कहा था कि कैथोलिक चर्च पादरियों के लिए ब्रह्मचर्य के पालन की अपनी हजार साल पुरानी प्रथा की समीक्षा करेगा. उन्होंने संभावना जताई है कि हो सकता है भविष्य में पादरियों को ब्रह्मचारी नहीं रहना हो. इससे ये होगा कि आने वाले समय में पादरियों के लिए सेक्स और शादी नहीं करने की अनिवार्यता को खत्म किया जा सकता है.