रांची : जब-जब मोदी डरता है, ईडी-ईडी करता है, केंद्र
सरकार की मनमानी नहीं चलेगी, केंद्र सरकार भेदभाव करना बंद करो, आदिवासी मुख्यमंत्री को परेशान किया, तो पूरा झारखंड जलेगा. ईडी और केंद्र सरकार मुर्दाबाद जैसे नारे शनिवार को दिन भर झामुमो के कार्यकर्ता लगाते रहे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की टीम पूछताछ के लिए आने वाली थी. इधर, कांके रोड में सुबह 10 बजे से ही कार्यकर्ता जुटने लगे. हालांकि पुलिस ने चारो तरफ बैरिकेडिंग की हुई थी. फिर भी मोरहाबादी साइड से कार्यकर्ता आने लगे. पर गोंदा थाना के ठीक सामने बैरिकेडिंग थी. यानी कांके रोड से रातू रोड जानेवाले रास्ते को पूरी तरह बंद कर दिया गया. कार्यकर्ता वहीं पर खड़े होकर नारेबाजी करने लगे.
सबके हाथों में झामुमो का झंडा था. कार्यकर्ता सीएम हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन का पोस्टर लेकर आये थे. कुछ कार्यकर्ता तो हेमंत सोरेन का मास्क ही लगा कर आये थे. उधर, दूसरी तरह राजभवन से लेकर आड्रे हाउस, सूचना भवन की बाउंड्री के किनारे-किनारे भी कार्यकर्ता जमा हो गये थे. सब नारेबाजी कर रहे थे. यह देख प्रशासन ने एलपीएन शाहदेव चौक से कांके रोड जाने वाले रास्ते में बैरिकेडिंग कर दी. तब रातू रोड से आने वाले लोगों को मोरहाबादी, सिदो-कान्हू पार्क होकर कांके रोड जाने दिया जा रहा था. वहीं गोंदा थाना के समीप भी लोगों को राम मंदिर चौक से ही सिदो कान्हू पार्क की ओर भेजा जा रहा था. वहीं कुछ लोग पावर सब स्टेशन की सड़क से कांके रोड जाना चाह रहे थे. उन्हें रोक दिया जा रहा था, फिर वे पुलिस लाइन होकर कांके रोड की ओर गये. दिन के ठीक 1.02 बजे इडी की टीम सीएम आवास पहुंची. इस दौरान झामुमो के कार्यकर्ता केंद्र सरकार हाय-हाय के नारे लगाते रहे. इडी की टीम वापस जाओ को भी नारा लगा रहे थे. हालांकि पुलिस की बैरिकेडिंग की वजह से कोई इडी के काफिले के समीप नहीं आ सका. काफिले को पुलिस सीधे सीएम आवास के गेट नंबर एक पर ले गयी. इधर,कार्यकर्ता जम कर नारेबाजी करते रहे. कार्यकर्ता तीर-धनुष के साथ अन्य पारंपरिक हथियार के साथ-साथ ढोल नगाड़ा लेकर पहुंचे थे. बीच-बीच में वे नगाड़ा बजाते रहते थे. फिर कार्यकर्ता जोश में आकर नारेबाजी करने लगते थे. झामुमो के रांची जिला अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष फरीद खान भी कार्यकर्ताओं के साथ डटे हुए थे. उन्होंने कहा कि केंद्र
सरकार के खिलाफ वे यहां प्रदर्शन कर रहे हैं. मोदी को जब भी डर लगता है, इडी-सीडी करने लगता है. एक आदिवासी मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहा है, तो उसके खिलाफ षडयंत्र कर इडी को लगाया गया है, ताकि सरकार को अस्थिर किया जा सके. पर हम ऐसा होने नहीं देंगे.
कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार इडी का दुरुपयोग कर रही है. इसलिए सारे कार्यकर्ता हेमंत सोरेन के समर्थन में यहां आये हैं. कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक इडी वापस नहीं जाता, तब तक यहीं बैठे रहेंगे.
हेमंत सोरेन जिन्दाबाद वहीं सोशल मीडिया का एक बडा ट्रेड कर रहा था। लोग लिखते हैं कि झारखंड की गलियों में जानवरों से ज्यादा ईडी के लोग घूम रहे है, लेकिन अपना बड़ा भाई हेमंत सोरेन डरने वाला नहीं है। #हेमन्त_भैया_सबसे_बढ़िया, आदिवासी डाट कॉम नामक एक यूजर लिखता है कि आठ समन के बाद ईडी आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करेगी, इस पूछताछ के मद्देनजर सीएम हाउस को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है, दूसरी ओर, हेमंत समर्थक एवं झामुमो कार्यकर्ता वहां बड़ी संख्या मुख्यमंत्री आवास में जुटे हैं, #हेमन्त_भैया_सबसे_बढ़िया
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