झारखंड स्वास्थ्य विभाग द्वारा 22 दिसंबर को जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है कि झारखंड की मात्र 5 प्रतिशत आबादी ने कोविड-19 के लिए एहतियाती/बूस्टर खुराक ली है। झारखंड की 3.73 करोड़ दर्ज की गई आबादी में से कुल 19,53,402 लोगों ने एहतियाती खुराक ली है।
हालांकि, कोविड-19 वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने वाले व्यक्तियों की संख्या 1,77,50,916 है, जिनमें से 6,21,850 12-14 आयु वर्ग में, 10,91,351 15-17 आयु वर्ग में और 1, 18+ आयु वर्ग में 60,37,715
इस बीच, आने वाले दिनों में त्योहारों की भीड़ के कारण राजधानी में कोविड के मामले बढ़ने की आशंका के बीच, रांची जिले के शहरी केंद्रों में कोविशील्ड वैक्सीन की एक भी खुराक उपलब्ध नहीं है।
सूत्रों के अनुसार वर्तमान में जिले में 29 स्थानों पर कोविड टीकाकरण किया जा रहा है, जहां कोवैक्सीन की मात्र खुराक उपलब्ध है. ऐसे में कोविड मामलों में उछाल को नियंत्रित करना कठिन होगा।
रिम्स माइक्रोबायोलॉजी विभाग के डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि जिस तरह से कुछ देशों में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, उससे भारत और झारखंड के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सैंपल की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई संक्रमित मरीज नहीं मिला है. संक्रमित मरीज मिलने पर जीनोम सीक्वेंसिंग की जाएगी, उसके बाद ही वैरिएंट का पता चलेगा