जेएससीसी परीक्षा में विपक्ष का सरकार पर धांधली का आरोप फेल

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जेएसएससी परीक्षा की जांच संपन्न

परीक्षा कदाचार मुक्त संपन्न हुई है

जेएसएससी में कोई गड़बड़ी घोटाला नहीं


दिनांक-21.09.2024 एवं 22.09.2024 को 823 परीक्षा केन्द्रों पर आहूत कुल – 304694
अभ्यर्थी शामिल हुए। उक्त परीक्षा से संबंधित परिवाद पत्र दिनांक 26.09.2024 को राज्यपाल
सचिवालय से प्राप्त हुआ । उपरोक्त परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक से संबंधित परिवाद पत्र कुछ
कोचिंग संचालकों के द्वारा राज्यपाल सचिवालय को दिनांक – 25.09.2024 एवं JSSC कार्यालय
को दिनांक – 26.09.2024 को सौंपा गया लेकिन जाँच का इंतजार किये बिना दिनांक 26.09.
2024 एवं 30.09.2024 को सक्षम पदाधिकारी को सूचित किये एवं बगैर अनुमति प्राप्त किये
सैकड़ों की संख्या में आयोग कार्यालय के समक्ष भीड़ इकट्ठा किया गया एवं पत्थरबाजी
करायी गई जिसमें कई पदाधिकारी घायल हुए। इस संबंध में प्राथमिकी भी दर्ज करायी गई
है ।
2.
उपरोक्त परिवाद पत्र में 5 आरोप लगाये गए थे और साक्ष्य के समर्थन में एक सी०डी०
एवं एक पेनड्राइव समर्पित किया गया था, जिसमें CD Blank पाया गया। परिवाद पत्र
दायरकर्ताओं को शपथ पत्र के साथ मूल मोबाईल एवं विडियो समर्पित करने का नोटिस
दिया गया जिसका अनुपालन परिवादकर्ताओं द्वारा नही किया गया ।
3. परिवाद पत्र में प्रश्न पत्र लीक होने का आरोप लगाया गया था लेकिन उसके साक्ष्य
में कुछ प्रश्नों के वायरल उत्तर उपलब्ध कराये गये थे। परिवाद पत्र में वर्णित तीन आरोपों
का प्रश्न पत्र लीकेज से कोई संबंध नही था । कुछ प्रश्नों के उत्तर परीक्षा से पहले लीक
होने के संबंध में संलग्न फोटो और विडियो की जाँच के क्रम में विडियो एवं फोटो बनाने के
समय एवं तिथि Edited पाया गया ।
4. आयोग के द्वारा दिनांक 16.12.2024 से 20.12.2024 तक कुल 2231 अभ्यथियों को
Common Merit List से Short List करते हुए Document Verification के लिए
आमंत्रित किया गया है। परीक्षा में शामिल सभी अभ्यर्थियों के ओ०एम०आर० की जाँच एवं
अंतिम परिमार्जित उत्तर कुँजी के आधार पर मूल्यांकन किया गया, इस दौरान विषय कोड में
त्रुटियों का निराकरण करते हुए सभी ओ०एम०आर० का मूल्यांकन किया गया। ओ०एम०आर०
की मूल्यांकन के उपरांत केन्द्रवार / जिलावार परिणाम का विश्लेषण किया गया। किसी भी
परीक्षा केन्द्र में विसंगति नहीं पाई गई। परीक्षा का परिणाम केन्द्रवार सामान्य पाया गया ।
5. सोशल मीडिया के माध्यम से यह प्रश्न किया जा रहा है कि Document
Verification के साथ Cut Off Marks क्यों नही जारी किया गया है। क्योंकि यह प्रथम
Document Verification है जो कि अंतिम परीक्षाफल नही है, इसीलिए Cut-Off
Marks जारी नही किया गया है। Cut Off Marks अंतिम परीक्षाफल प्रकाशन के उपरांत
प्रकाशित किया जाता है
|
6. सोशल मीडिया में यह भी अफवाह फैलाया जा रहा है कि झारखण्ड राज्य के बाहर
के अभ्यर्थियों को बड़ी संख्या में सफल किया गया है, जो की पूर्णतया निराधार है।
Document Verification के लिए जारी की गई सूची पूर्णतया आरक्षण नियमावली एवं
मेधा सूची के तहत जारी की गई है। बड़ी संख्या में आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी अनारक्षित
श्रेणी में चयनित हुए हैं। इस सूची में अनुसूचित जनजाति के लगभग 30 प्रतिशत, अनुसूचित
जाति के लगभग 12 प्रतिशत, अत्यंत पिछड़ा वर्ग (अनुसूची-1 ) के लगभग 22 प्रतिशत एवं
पिछड़ा वर्ग (अनुसूची – 2 ) के लगभग 19 प्रतिशत अभ्यर्थी है। ST+SC+EBC-1+BC-1
7.सोशल मीडिया के माध्यम से यह प्रश्न किया जा रहा है कि प्रथम दिन
दिनांक- 21.09.2024 को मात्र लगभग 82 उम्मीदवारों को प्रमाण पत्रों की जाँच हेतु आमंत्रित
किया गया है। इस सम्बन्ध में स्पष्ट करना है कि प्रथम दिन केवल हिन्दी भाषा के अभ्यर्थी
परीक्षा में शामिल हुए थे। सभी जनजाति एवं क्षेत्रीय भाषा के अभ्यर्थी द्वितीय दिन दिनांक – 22.
09.2024 को परीक्षा में शामिल हुए थे। इस परीक्षा के सामान्य मेधासूची में जनजाति एवं
क्षेत्रीय भाषा के लगभग 88 प्रतिशत अभ्यर्थी सफल हुए हैं, जो कि झारखण्ड राज्य के निवासी
हैं।
8.प्रमाण पत्रों की जाँच हेतु कुल – 2231 उम्मीदवार आमंत्रित किये गये है जिसमें 2145
( 96 प्रतिशत) अभ्यर्थी झारखण्ड राज्य के निवासी हैं।
9.सोशल मीडिया में यह भी अफवाह फैलायी जा रही है कि परीक्षा की अवधि में बाहर
के प्रदेशों में उत्तर रटवाये गए है, लेकिन इस संदर्भ में आयोग कार्यालय को साक्ष्य प्राप्त
नही है।
10.प्रमाण पत्रों की जाँच हेतु सूचना प्रकशित होने के उपरांत आयोग को ई-मेल के
माध्यम से धमकी भरा पत्र प्राप्त हुआ है जिसमें आयोग के पदाधिकारी / कर्मचारी को भद्दी
गालियों के साथ जान से मारने की धमकी दी गई है।
11.परीक्षा को कदाचार मुक्त करने के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों पर प्रत्येक कमरे में कम
से कम दो वीक्षक के अतिरिक्त प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर परीक्षा ऑवजर्वर, स्टेटिक दण्डाधिकारी
एवं पेट्रोलिंग मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई थी। परीक्षा केन्द्रों पर निगरानी रखने के
लिए पर्याप्त संख्या में CCTV ( कुल 15991) का अधिस्ठापन किया गया था। किसी भी जिले
के उपायुक्त द्वारा कदाचार संबंधी कोई सूचना प्राप्त नही है। सभी 823 परीक्षा केन्द्रों पर
कदाचार मुक्त, शांतिपूर्ण परीक्षा संपूर्ण हुई है।

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