झारखंड मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना राज्य सरकार द्वारा झारखंड के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जाता है, ताकि झारखंड के शिक्षित युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सके। इसी क्रम में झारखंड सरकार ने राज्य के नागरिकों के लिए झारखण्ड मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना को शुरू किया है। इस योजना के माध्यम से राज्य के 18 वर्ष से 45 वर्ष के सभी बेरोजगार शिक्षित युवाओं को खुद का रोजगार शुरु करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।राज्य के ऐसे नागरिक जो स्वरोजगार शुरू करना चाहते हैं उन्हें इस योजना के तहत सरकार द्वारा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा राज्य के बेरोजगार युवाओं के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना को शुरू किया गया है। इस योजना के माध्यम से सरकार द्वारा राज्य के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के नागरिकों को स्वरोजगार शुरू करने के लिए 25 लाख रुपए तक का ऋण प्रदान किया जाएगा। यह ऋण नागरिकों को कम ब्याज पर उपलब्ध कराया जाएगा। यदि लाभार्थी के द्वारा व्यवसाय शुरू करने के लिए ₹50000 तक का लोन लिया जाता है तो उन्हें लोन प्राप्त करने के लिए किसी गारंटी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इसके अलावा मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना झारखंड के तहत सरकार द्वारा लाभार्थियों को 40 प्रतिशत या 5 लाख रुपये तक का अनुदान (सब्सिडी) भी प्रदान किया जाएगा। इस योजना का लाभ केव` राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक, पिछड़े वर्ग, दिव्यांगजनों एवं सखी मंडल की महिलाओं को ही प्राप्त होगा। इस योजना के तहत सरकार द्वारा लाभार्थियों को वाहन लेने की भी सुविधा प्रदान की जाएगी।
झारखंड सरकार द्वारा मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य राज्य के नागरिकों को स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान करना है। इस योजना के माध्यम से राज्य के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति,अल्पसंख्यक वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन युवाओं को स्वरोजगार हेतु सस्ते दरों पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। जिसमें सरकार द्वारा भी 40% या 5 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जाएगा। जिससे लाभार्थियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए आर्थिक मदद प्राप्त होगी और राज्य के युवा नागरिक आत्मनिर्भर बन पाएंगे।झारखंड सरकार आपको ना सिर्फ सस्ते दरों पर ऋण उपलब्ध करवायेगी, बल्कि उसमें 40% तक अनुदान भी देगी।
यह योजना अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक वर्ग, पिछड़ा वर्ग, दिव्यांगजनों और सखीमंडल की दीदियों के लिए है।सीएम हेमंत सोरेन ने बेरोजगार युवाओं के बीच स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना की जो शुरुआत की है. अब ये योजना लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है. इस योजना के माध्यम न सिर्फ वो खुद मालिक बन अच्छी कमाई कर रहे हैं बल्कि दूसरों को रोजगार भी दे रहे हैं. इसी का परिणाम है कि पूर्वी सिंहभूम के 940 युवाओं को इस योजना का लाभ मिला है. उनके बीच स्वरोजगार हेतु 6.26 करोड़ की राशि निर्गत हुई. उसी तरह दुमका के 657 युवाओं को इस योजना से जोड़ा गया और स्वरोजगार के लिए इन्हें 11.66 करोड़ रूपये ऋण दिया गया वहीं हजारीबाग में 567 युवाओं के बीच 7.31 करोड़ की राशि बतौर ऋण निर्गत हुई. इस योजना में सफलता की वजह सरकार द्वारा किया गया सरलीकरण है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत विगत दो वित्तीय वर्ष में 2021-22 एवं 2022-23 में राज्य भर के 6272 युवाओं को स्वरोजगार हेतु सरकार ने 104.97 करोड़ रूपये का ऋण प्रदान किया है. वहीं वित्तीय वर्ष 2023-24 में करीब दो लाख युवाओं को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है.