रांची। झारखंड की चर्चित घोटाले में से एक मनरेगा घोटाले में जेल में बंद राज्य की निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल, उनके पति अभिषेक झा और उसके सीए सुमन कुमार सिंह की मुश्किलें ईन दिनों बढ़ सकती है। आपको बता दें कि उनकी चल व अचल संपत्ति को जल्द ही ईडी ज़ब्त कर सकती है। इसे लेकर ईडी ने विभागीय प्रकिया को तेज कर दी है। सूत्रों के अनुसार, ईडी सम्पत्ति को अगले हफ्ते तक ज़ब्त कर सकती है। सम्पत्ति जब्त सूची मे पूजा सिंघल,अभिषेक झा, सुमन कुमार सिंह,रामविनोद सिन्हा, जयकिशोर चौधरी, शशि प्रकाश, राजेंद्र कुमार जैन के नाम शामिल है। ईन जांचों मे कई खुलासे हुए है जिसे लेकर पुर्व मुख्यमंत्री रहे रघुवर दस के राजनीतिक सलाहकार अजय कुमार के ऊपर भी राज्यसभा चुनाव 2016 में खरीद फरोख्त का आरोप लगा है। खरीद फरोख्त से जुड़े केस की जांच भी ईडी कर सकती है। जानकारी के मुताबिक, ईडी इस केस की समीक्षा अपने स्तर से कर रही हैं। राज्यसभा चुनाव से जुड़े केस में मार्च 2018 में तत्कालीन एडीजी अनुराग गुप्ता अजय कुमार के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंगल 16 फरवरी 2009 से 19 जुलाई 2010 के बीच पूजा के खूंटी डीसी रहने के दौरान मनरेगा का 18.06 करोड़ का घोटाला हुआ था। डीसी रहते हुए पूजा सिंघल ने बगैर काम कराए ही फंड की निकासी करा ली थी। इसके बाद कमीशन के तौर पर मोटी राशि वसूली थी। ईडी जांच में सामने आया है कि पल्स हॉस्पिटल के निर्माण के लिए यूनिक कंस्ट्रक्शन के अक्षत कत्याल को पूजा सिंघल ने दो करोड़ कैश दिए थे। ईडी ने जांच में पाया है कि निर्माण कंपनी को कुल 6.19 करोड़ का भुगतान दिया गया था। वहीं सुमन ने भी कबूलनामे में बताया था कि उसने पांच बार 10 10 लाख रुपये कैश अस्पताल में जमा कराए थे। यह अवैध तरीके से अर्जित की गई राशि थी। जांच में यह भी सामने आया था कि अस्पताल के निर्माण में 42.85 करोड़ खर्च हुआ, पर कागज पर मात्र 3.19 करोड़ दिखाया गया। ईडी इस मामले में पल्स डायग्नोसिस सेंटर व पल्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को ज़ब्त कर इसका संचालन अपने हाथ मे सकती है।