जमशेदपुर में हाइड्रोजन ईंधन से जुड़ा देश का पहला उद्योग लगेगा. इसके लिए उद्योग विभाग और टीसीपीएल ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के बीच 354.28 करोड़ रुपये के निवेश को लेकर एमओयू हुआ. प्रोजेक्ट भवन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज झारखंड के लिए ऐतिहासिक दिन है. स्वच्छ ऊर्जा की परिकल्पना को धरातल पर उतरने का ऐतिहासिक कदम और साहस झारखंड ने दिखाया है. उन्होंने कहा कि झारखंड को पिछड़ा राज्य कहा जाता है, लेकिन यह बात उन्हें कहने में थोड़ी तकलीफ होती है कि आखिर यह राज्य पिछड़ेपन की लाइन में क्यों खड़ा है. वह इसके रास्ते तलाश रहे हैं कि कैसे झारखंड को पिछड़ेपन से बाहर निकालें.
हाइड्रोजन ईंधन प्लांट में क्या-क्या बनेंगे
- हाइड्रोजन इंटरनल कंबशन इंजन
- बैटरी विद्युत प्रौद्योगिकी
- फ्यूल सेल
- फ्यूल डिलीवरी सिस्टम
क्या फायदे होंगे
- परिवहन के लिए स्वच्छ ऊर्जा का उत्पादन
- झारखंड के युवाओं के कौशल का विकास होगा
- युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे
- देश और राज्य का सामाजिक आर्थिक विकास होगा.