क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर 95 लाख रुपये की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को सीआईडी ने गिरफ्तार किया है. सीआईडी साइबर सेल की टीम ने कार्रवाई करते हुए महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के रहने वाले प्रतीक संतोषराव और अभिषेक संतोष तूपे को गिरफ्तार किया है. इन साइबर अपराधियों के द्वारा ठगे गए 95 लाख रुपयों में से 40 लाख रुपयों को फ्रीज करवा दिया गया है.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के नाम पर पर ठगी
धनबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के द्वारा सीआईडी के साइबर सेल थाना में शिकायत दर्ज कराया गया था. साइबर अपराधियों के पीड़ित से जीवन साथी डॉट कॉम पर उपलब्ध एक प्रोफाइल में संपर्क किया और उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर अधिक पैसे कमाने के लिए कहा गया. इसके लिए पीड़ित व्यक्ति को एक फर्जी बेवसाइट पर रजिस्टर करने को कहा गया. इसके लिए पीड़ित से अलग-अलग बैंक खाताओं में यूपीआई के माध्यम से पैसे डालने को कहा गया. जिसके एवज में पीड़ित को उनका प्रॉफिट फर्जी बेवसाइट पर दिखाया जाता था. जांच में इन फर्जी बेवसाइट का मूल स्थान हांगकांग, चाइना, कंबोडिया में पाया गया, और फाइनेंशियल ट्रायल एनालिसिस में फेक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के बैंक खाता पाये गये. जिसमें करोड़ों रुपये के ट्रांजेक्शन किये गये थे.पीड़ित व्यक्ति से कुल 95 लाख रुपये की ठगी की गई थी.
भारतीय अपराध समन्वय केंद्र का लिया गया सहयोग
संलिप्तता की बिंदु पर अनुसंधान करते हुए भारतीय अपराध समन्वय केंद्र (I4C), गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं साइबर पुलिस, महाराष्ट्र, औरंगाबाद और अमरावती पुलिस (महाराष्ट्र) के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कांड में संलिप्त दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. अब तक के अनुसंधान और पूछ-ताछ में यह बात प्रकाश में आयी है कि विभिन्न बैंकों में भेजे गये पैसों को क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर विभिन्न ब्लॉक चैन वॉलेट एड्रेस पर भेज दिया जाता था जो अनुसंधान के अंतर्गत है.