रेड सी इंटरनेशनल स्कूल, आजाद बस्ती, रांची में आयोजित साइंस, आर्ट और क्राफ्ट प्रदर्शनी ने बच्चों के हुनर को नया आयाम दिया

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आज दिनांक  19 जनवरी2025 रेड सी इंटरनेशनल स्कूल, आजाद बस्ती, रांची साइंस, आर्ट और क्राफ्टका एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें प्री-नर्सरी से लेकर कक्षा 9 तक के विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं जज मो. साबिर हुसैन, जो जाने माने आर्ट एंड क्राफ्ट के माहिर सैनिक स्कूल के शिक हैं। उन्हों ने कहा की बच्चों ने जो मॉडल्स बनाए हैं, वे उनकी क्रिएटिविटी और मेहनत का प्रमाण हैं। वेस्ट मैटेरियल से उपयोगी वस्तुएं बनाना और विज्ञान के मुश्किल विषयों को इतने सरल और रोचक तरीके से पेश करना प्रशंसनीय है। यह प्रदर्शनी बच्चों के अंदर नई सोच और साइंस, आर्ट एंड क्राफ्ट के फील्ड में अध्यन करने में और उसे को बढ़ावा देने में सफल रही है।”
प्री-नर्सरी से प्रेप तक के नन्हें बच्चों ने वेस्ट मैटेरियल का उपयोग करते हुए अद्भुत मॉडल्स तैयार किए। इनमें माचिस की डिब्बियों, कप, कागज, और अन्य सामग्रियों से वाटर फॉल, कैंडल स्टैंड, अलमारी, कार्डबोर्ड बास्केट, और पेपर लैंप, स्माल डॉल, फूलों का गमला आदि शामिल थे। इन गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को सिखाया गया कि वेस्ट मटेरियल का किस प्रकार प्रभावी और सही तरीके से उपयोग कर तरह तरह की चीजें बनाई किया जा सकती है। 
कक्षा 1 से 9 तक के विद्यार्थियों ने विज्ञान के विभिन्न विषयों पर वर्किंग और नॉन वर्किंग मॉडल बनाए। इनमें वाटर पॉल्यूशन, सॉयल लेयर्स, सोर्स ऑफ वाटर, ह्यूमन फिजियोलॉजी, ग्रेविटी बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक एनर्जी, और रोबोटिक्स जैसे विषय शामिल थे। कक्षा 6 के छात्रों ने रतन टाटा और उनके योगदान को एक मॉडल के जरिए समझने की कोशिश की गई की कैसे रतन टाटा ने झारखण्ड सहित पुर हिंदुस्तान को स्वास्थ्य, इंजीनिरिंग, ट्रांसपोटेशन, कम्युनिकेशन, एम्प्लॉयमेंट, शिक्षा आदि के फील्ड में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिससे उनके कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। 
कक्षा 9 के विद्यार्थियों ने हार्ट और न्यूरॉन के मॉडल्स बनाए, जो दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र रहे।  इस मॉडल के जरिये हार्ट ब्लॉकेज के सिस्टम को दिखाया। इस में बताया गया की कैसे हार्ट के नसों में ब्लॉकेज हो जाने से  खून का रफ़्तार कैसे कम हो जाता है।
प्रदर्शनी में कई छात्रों ने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया। विशेष रूप से दिलशान, अजमत, शिफा, शफिया, अशद, अनस, सुफिया, अरफा, अस्फा, अफिया, सारा, तहसीन, जिकरा आदि छात्रों के मॉडल्स ने दर्शकों को प्रभावित किया। 

आज आज के प्रदर्शनी में बच्चों को प्रोत्साहन करने के लिए उनके द्वारा लगाए मॉडलों को आज के मुख्य अतिथि के द्वारा चयनित कर  पुरस्कार दिया गया।
बच्चों के प्रदर्शन को तीन ग्रुप्स में बांटा गया और बेहतरीन मॉडल्स बनाने वाले बच्चों को मूमेंटो, सर्टिफिकेट और मेडल देकर सम्मानित किया गया। 
ग्रुप ए प्रदर्शन में  प्रथम स्थान – सय्यदा फातिमा को,
  द्वितीयस्थान – असिफा हिदायत को और
  तृतीय स्थान – अमायरा आफताब  को दिया गया।
ग्रुप B के दर्शन में प्रथम स्थान – वहाब अरसलान (कक्षा 3),   द्वितीय स्थान – फकीहा नाज़ (कक्षा 4)  और
  तृतीय स्थान – मोहम्मद अयान और असफा अजीम (कक्षा 5)  को दिया गया। ग्रुप C के प्रदर्शन में
  आयशा, रुक्षा, सारा परवीन, सारा तौसीफ, बरीरा, साहिल, तहरीम, अबू रेयान, अरहम शाहिद   को दिया गया। ग्रुप ड के प्रदर्शन में आफिया, जिक्रा, असफा, तहसीन, सारा, अरफा   को अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
रेड सी इंटरनेशनल की प्राचार्या  श्रीमती सोनी सितारा केरकेट्टा  ने कहा  “हमारे विद्यालय में आयोजित इस आर्ट, क्राफ्ट और साइंस प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों की क्रिएटिविटी और वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करना है। हमें गर्व है कि हमारे छात्र-छात्राओं ने इतनी लगन और मेहनत से अपने मॉडल्स तैयार किए, जो उनके भीतर छिपी प्रतिभा और सोच को दर्शाते है।” उन्हों ने कहा की  ” हम चाहते हैं कि बच्चे यह समझें कि हमारे चारों ओर की चीज़ें कैसे काम करती हैं और  बेकार पड़े वस्तुओं का प्रयोग लायक इस्तेमाल कैसे करें।” 
श्रीमती केरकेट्टा ने अंत में कहा कि रेड सी इंटरनेशनल स्कूल हमेशा बच्चों की शिक्षा, ओवर ऑल डेवलपमेंट और  उनकी सामाजिक जिम्मेदारी के लिए इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा।

आज के प्रदर्शनी में शामिल बच्चों के अभिभावकों ने कहा की  “मैंने अपने बच्चे को इस प्रदर्शनी में भाग लेते हुए देखा और यह मेरे लिए गर्व का पल है। बच्चों ने बहुत ही शानदार तरीके से साइंस और आर्ट को प्रस्तुत किया है। ऐसे आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं।”
“यह मेरे बच्चे के लिए एक शानदार अनुभव था। मुझे खुशी है कि वह एक ऐसा मॉडल बनाने में सफल रहा, जिसने दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया। इस तरह के आयोजन हर साल होने चाहिए।”
“मैंने प्री-नर्सरी और प्रेप के बच्चों के क्राफ्ट मॉडल्स देखे। इतनी छोटी उम्र में बच्चों ने जो प्रतिभा दिखाई, वह प्रेरणादायक है। स्कूल का यह प्रयास सराहनीय है।”

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के सरपरस्त  डॉ. एम. एन. जुबैरी, कोर्डिनेटर तनवीर अहमद और शिक्षकों की भूमिका सराहनीय रही जिसमें मुख्यरूप से में सना, सादिया, तमन्ना, चंदा, सदफ, नाज, अतीका, शजरा, किरण, सुहाना, मिधत, अलमास, तसमिया, मेहविश और शाहमा सर शामिल थे। 

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