गली में भाग रहे उमेश को शूटर ने पकड़ा, अतीक के बेटे ने पीठ पर 2 फायर किए

jharkhand News न्यूज़
Spread the love

प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड का नया CCTV सामने आया है। 32 सेकेंड का यह फुटेज उमेश के घर की गली में हुए शूटआउट का है। इसमें गोली लगने के बाद उमेश गली में भागते नजर आ रहे हैं। तभी पीछे से आकर शूटर गुलाम मोहम्मद उन्हें पकड़ लेता है। गर्दन पकड़कर उमेश को झुका देता है।

गोली लगने के बावजूद उमेश उससे भिड़ जाते हैं। उसके चंगुल से खुद को छुड़ाकर भागने लगते हैं। तभी पीछे से अतीक अहमद का बेटा असद दौड़ता हुआ आता है और उमेश की पीठ पर दो फायर कर देता है।

इसके बाद उमेश अपने भाई के घर के अंदर घुस जाते हैं। उनका गनर भी गली से उमेश के घर की तरफ भागता है। तभी पीछे से झोले में बम लिए शूटर गुड्‌डू मुस्लिम आता है। वह बम सिपाही पर फेंक देता है। बम फटने के बाद CCTV बंद हो जाता है।

20 दिन बाद सामने आया CCTV
उमेश हत्याकांड के बाद यह फुटेज 20 दिन बाद सामने आया है। इसके पहले जितने भी फुटेज सामने आए थे, वह गली के बाहर के थे, जहां उमेश पर सबसे पहले हमला हुआ था। हमले में उमेश और उनके दोनों गनर संदीप और राघवेंद्र भी मारे गए थे।

उमेश का घर इसी गली में 40 मीटर अंदर है। सड़क से उनके घर का यह एकमात्र रास्ता है। अगल-बगल उनके भाई और रिश्तेदारों के मकान हैं। गोली लगने के बाद उमेश जिस घर में घुसे, वह उनके भाई का है। उमेश अंदर जाकर सोफे पर बैठ गए थे। हालांकि, थोड़ी देर बाद ही वह बेसुध होकर गिर पड़े थे। गुड्डू ने जिस गनर पर बम फेंका था उसकी भी मौत हो गई थी।

5 शूटर्स पर 5-5 लाख का इनाम, अभी पकड़ से बाहर
उमेश हत्याकांड में अभी भी 5 शूटर फरार हैं। इन पर इनाम की राशि बढ़ाकर पांच-पांच लाख रुपए कर दी गई। यह राशि शुरुआत में 50 हजार थी, फिर 2.5 लाख हुई। सूत्रों के मुताबिक, SOG, STF और UP पुलिस की 22 टीमें इन्हें पकड़ने के लिए 2 देश (नेपाल-थाईलैंड) , 8 राज्य, 13 जिलों में 500 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर चुकी है।

हत्याकांड को लीड करने वाले अतीक अहमद के बेटे असद, मुस्लिम गुड्‌डू, गुलाम मोहम्मद, अरमान और साबिर का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। जिन राज्यों में छापेमारी की गई है, उनमें पश्चिम बंगाल, दिल्ली, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, गुजरात और पंजाब, महाराष्ट्र हैं।

हर शूटर को गिरफ्तार करने के लिए 3 डेडीकेटेड टीमें काम कर रही हैं। 3 टीमों को कॉल डिटेल और सर्विलांस के लिए लगाया गया है। जबकि 4 टीमें पूछताछ और तलाशी के दौरान मिलने वाली अहम जानकारियों की कड़ी से कड़ी जोड़ने में लगी हैं। STF के प्रदेश के टॉप इंस्पेक्टर्स की टीम को इसमें लगाया गया है। यही नहीं, अतीक गैंग की फंडिंग पर शिकंजा कसने के लिए ED के जॉइंट डायरेक्टर जितेंद्र सिंह ने भी प्रयागराज में डेरा डाल रखा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *