कांग्रेस और विपक्ष ने संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही आरंभ होने से पहले सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मणिपुर के विषय पर संसद के भीतर वक्तव्य देना चाहिए, क्योंकि इस समय पूर्वोत्तर का यह राज्य इसका इंतजार कर रहा है और पूरा देश उनकी ओर देख रहा है।झारखंड मुक्ति मोर्चा की राज्यसभा सांसद महुआ मांझी ने कहा कि विपक्ष मणिपुर घटना पर अपना वक्तव्य दे और उस पर सदन में बहस हो।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की चुप्पी हमे और पूरे देश को बर्दाश्त नहीं हो रही हैं।मणिपुर घटना पर केंद कोई सख्त कानून बने।38 लाख जैसे छोटी जनसंख्या वाले प्रदेश मणिपुर को डबल इंजन वाली सरकार नही चला पा रही हैं तो आप कहाँ देश को संभालेंगे। कांग्रेस पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की यह मांग भी है कि समाधान की सामूहिक इच्छा को व्यक्त करने के लिए सदन में चर्चा हो ।विपक्षी दल मणिपुर के विषय को लेकर सोमवार को संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष विरोध-प्रदर्शन भी किया। रमेश ने ट्वीट किया, “आज संसद के मानसून सत्र का तीसरा दिन है। ‘इंडिया’ की मांग स्पष्ट है। मणिपुर में तीन मई के बाद के भयावह घटनाक्रम पर प्रधानमंत्री को सदन में एक विस्तृत बयान देना चाहिए। उसके बाद हमारी पीड़ा, दुख और समाधान की सामूहिक इच्छा को व्यक्त करने के लिए चर्चा हो ।” उन्होंने आरोप लगाया, “यही उम्मीद है कि प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से भागने के लिए कोई ड्रामा नहीं करेंगे, जैसा कि वह ऐसे मौकों पर अक्सर करते हैं। इनकार करना, तथ्यों को तोड़- मरोड़कर पेश करना, ध्यान भटकाना और बदनाम करना उनकी आदत है।”
रमेश ने कहा, “क्या इस अवसर पर वह इनसे ऊपर उठेंगे? मणिपुर इंतजार कर रहा है। देश देख रहा है।”मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाए जाने का वीडियो गत बुधवार को सामने आने के बाद राज्य के पहाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त हो गया। अधिकारियों ने बताया कि यह वीडियो चार मई का है।
मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की बहुसंख्यक मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में तीन मई को ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय लिंगामेंशन 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई।
संसद के दोनों सदनों में एक व्यापक वक्तव्य देना चाहिए। उन्हें लोकसभा और राज्यसभा में प्रासंगिक स्थगन नियमों के तहत चर्चा का पालन करना चाहिए। हमारे प्रदर्शन की यही मांग है।
” हम भी चर्चा के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री इस मामले पर अपनी बात रखें… अगर 140 करोड़ का नेता बाहर प्रेस से बात करता है और 140 करोड़ जनता के प्रतिनिधी अंदर बैठे हैं, तो आप (प्रधानमंत्री) पहले अंदर अपना बयान दीजिए। उसके बाद हम एक निर्णय लेंगे।- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लियाकार्जुन खड़गे
मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष खासा हमलावर रुख अपनाए हुए है। विपक्षी सांसदों ने संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले मणिपुर की घटना को लेकर धरना प्रदर्शन किया। विपक्षी सांसदों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रधानमंत्री से घटना को लेकर संसद में बयान देने की मांग की।
यह मामला राज्यों का नहीं महिलाओं का है। ऐसी घटना किसी भी राज्य में हो तो ग़लत है।
NCP सांसद सुप्रिया सुले
हमने जो वीडियो और तस्वीरें (मणिपुर की स्थिति पर) देखी हैं वे बेहद परेशान करने वाली हैं। आप (पीएम) संसद में चर्चा नहीं चाहते… सरकार ध्यान भटका रही है। -तृणमूल सांसद अभिषेक बनर्जी