लोकाय पंचायत के पनियाय गांव में चल रहे नल-जल योजना कार्य में बगैर बोरिंग के ही स्ट्रक्चर खड़ा कर देने से ग्रामीणों ने संवेदक व विभाग पर मनमानी का आरोप लगाया है. स्ट्रक्चर के बगल में एक पुराना चापाकल है जिससे आस-पास के लोगों की भी पेयजलापूर्ति ठीक से नहीं हो पाती है. ग्रामीण मंजू बेसरा व प्रगन सोरेन ने कहा कि विभाग बोरिंग न करवाकर उसी चापाकल में कनेक्शन करने की तैयारी में है. पुराने चापाकल से बहुत कम पानी निकलने के कारण ज्यादातर लोग एक पुराने व जर्जर कुंए से पानी पीते हैं. ऐसे में विभाग से किए जा रहे इस कार्य से कितने घरों की प्यास बुझेगी ये सोचने की बात है. सटे छतरमार गांव में संवेदक ने केवल बोरिंग कर छोड़ दिया है. ग्रामीणों की शिकायत पर बीडीओ संतोष प्रजापति ने इन दोनों गांवों का दौरा कर नल-जल योजना से करवाए जा रहे कार्य का जायजा लिया.
पुरे प्रखंड में बरती जा रही है अनियमितता
पुरे प्रखंड में नल-जल योजना का यही हाल है. कहीं कम पानी वाले पुराने चापाकल से ही कनेक्शन किया जा रहा है. तो कहीं केवल बोरिंग कर छोड़ दिया गया है. ठेकेदारों की मनमानी और विभागीय उदासीनता के कारण इस गर्मी में भी लोगों को नल से जल नहीं मिल पाएगा. इस संबंध में पिएचईड़ी के जेई मनीकांत मंडल ने कहा कि यदि उक्त चापाकल में पानी कम है तो वहां बोरिंग की जाएगी. साथ ही छतरमार में खराब पड़े दोनों चापाकलों को बनवा दिया जायेगा.