पूरे कोयलांचल में मौसम अभी सुहाना और डरावना भी है. पिछले चार दिनों से रुक रुक कर लगातार बारिश से मैथन डैम का जल स्तर 496.14, पंचेत डैम में 422.4 व तोपचांची झील में 57 फीट पहुंच गया है. दामोदर नदी में 472 आरएल के स्तर से पानी बह रहा है. सबसे ज्यादा मुशिकल कोलियरी इलाकों में बढ़ी है. लागतार पानी से गैस रिसाव व भूधसान का खतरा बढ़ गया है. लोग डर के साये में गुजर बसर कर रहे हैं. अभी तक एक दर्जन से अधिक कच्चे और कमोजर नींव वाले मकान धराशायी हो चुके हैं. शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्र हंस विहार कॉलोनी, ग्रेवल कॉलोनी, नवाडीह, धैया मल्लिक पाड़ा सहित निचले इलाकों के घरों में पानी घुस रहा है. सड़क पर भी जगह जगह जल जमाव की स्थिति बनी हुई है.
चार दिन में उम्मीद से अधिक बारिश
अक्तूबर माह में अमूमन इतनी बारिश नहीं होती है. लेकिन 1 से 4 अक्टूबर तक धनबाद में 150.7 एमएम बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 19 प्रतिशत अधिक है. लगातार बारिश की वजह से अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है. इसवजह से अब लोगों को गुलाबी ठंड का भी एहसास होने लगा है. उम्मीद की जा रही है कि इस बार दुर्गा पूजा तक अच्छी ठंड पड़ने लगेगी.
अगले दो दिन तक जारी रहेगी बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र के रिपोर्ट के मुताबिक गैगंटोक, पश्चिम बंगाल से लेकर पूरे झारखंड में लो प्रेशर बना हुआ है. इसका असर अगले दो से तीन दिनों तक जारी रहने का अनुमान है. धनबाद सहित पूरे राज्य में भारी बारिशहोने की संभावना व्यक्त की गई है. साथ ही उत्तर पूर्वी झारखंड क्षेत्र में कहीं-कहीं हल्की व भारी वर्षा से संबंधित चेतावनी जारी की गई है. धनबाद उत्तर पूर्वी झारखंड का जिला है.
आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने सतर्कता बरतने की दी हिदायत
जिले के अपर समाहर्ता सह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी विनोद कुमार ने मौसम को लेकर अलर्ट जारी कर अनुमंडल पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी तथा सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को सतर्कता बरतने की हिदायत दी है. उन्होंने भारी बारिश से किसी तरह के जान-माल के नुकसान से बचने के लिए सभी पदाधिकारियों को एलर्ट रहने को कहा है. साथ मानसून से जुड़ी गतिविधियों पर नजर बनाए रखने की बात कही है.