झारखंड के प्रत्येक वर्ग और समाज के अपार स्नेह और आशीर्वाद से चुनी हुई हेमंत सोरेन की सरकार 29 दिसंबर को अपने 3 वर्ष पूरे कर रही है। 3 साल पहले का दिन देश और झारखंड के लिए स्वर्णिम था एक आदिवासी राज्यपाल ,एक आदिवासी व्यक्ति को राज्य की जनता की जन सेवा करने के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला रही थी।झारखंड राज्य की इतिहास की सबसे मजबूत सरकार ने जनसेवा की बागडोर संभाली। गरीब, वंचित ,शोषित, आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यक बच्चे बुजुर्ग युवा, महिला, मजदूर और किसान हर वर्ग को अधिकार देना हेमंत सरकार की योजना के केंद्र बिंदु में था ।झारखंड की अस्मिता ,संस्कृति, भाषा और सभ्यता को ध्यान रखते हुए आगे बढ़ने का वादा था, इसी वादे के साथ राज्य सरकार आगे बढ़ रही है ।गरीब और पिछड़े राज्य के सामने कई चुनौतियां रहती है सबसे ज्यादा जरूरी है बरसों से अपने हक से वंचित मजबूर राज्य की जनता को सम्मान दिलाना ।शुरू के 2 वर्ष कोरोना से सफलतापूर्वक लड़ने के बाद 1 वर्ष राज्य की हेमंत सरकार जन सेवा के कार्य कर झारखंड के जड़ों को सींचने का काम कर रही है। प्यार और संवेदनशील होकर योजनाओं को लेकर गांव गांव और पंचायत पंचायत लाखो जरूरतमंद को के दरवाजे पर राज्य सरकार खुद पहुंच रही है ।10 लाख से अधिक बुजुर्ग तथा विधवा, एकल और परित्यक्त महिला , दिव्याग आदि को पेंशन का सम्मान दिया गया। हरा राशन कार्ड के अंतर्गत अतिरिक्त 20 लाख लाभार्थियों को हर माह राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। 63 लाख से अधिक लोगों को साल में दो बार ₹10 में धोती, साड़ी और लुंगी दी जा रही है। गरीब और वंचित वर्ग के लाखों लोगों को उनका अधिकार दिया जा रहा है ।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जो कहते हैं, वह करते हैं ।राज्य के आदिवासी और मूल वासियों के वर्षों के संघर्ष और जन भावना को सम्मान देते हुए विधानसभा से 1932 आधारित खतियान और ओबीसी 27%, एसटी 28% तथा एसी 12% आरक्षण विधेयक पास कराना सबसे खास रहा। नौवीं अनुसूची में शामिल कराकर इन दोनों विधेयक को संवैधानिक कवच पहनाना कर झारखंड वासियों के अधिकारों की रक्षा की जा सकती है ।नेतरहाट फायरिंग रेंज की अधिसूचना रद्द कर कई हजार परिवारों के 30 साल से संघर्ष पर हेमंत सोरेन सरकार ने विराम लगाया है। झारखंड आंदोलनकारियों को पहचान कर उनके आश्रितों को पेंशन आदि और पेंशन और सम्मान देने की प्रक्रिया शुरू की गई है ।आदिवासी मूलवासी हेमंत सरकार के लिए सबसे ऊपर है। राज्य सरकार के लाखों राज्य कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम शुरू की गई है ।राज्य के पुलिस कर्मियों को अपनी छुट्टी का हक मिला है। इसी हेमंत सोरेन सरकार द्वारा मनरेगा की मजदूरी दर को बढ़ाकर सरकार 12 करोड़ से अधिक मानव दिवस का सृजन किया गया। दो साल में कोरोना संक्रमण के बावजूद झारखंड में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है ।किसानों को मुख्यमंत्री पशुधन योजना से जोड़ा गया है। किसान पाठशाला से किसानों को तकनीकी मदद के लिए इंतजार अब नहीं करने की जरूरत पड़ेगी। मेगा लिफ्ट सिंचाई परियोजना के द्वारा हर खेत में पानी पहुंचाने के लक्ष्य की ओर सरकार लगातार आगे बढ़ रही है। 35 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को हर माह एक सौ यूनिट बिजली दी जा रही है ।माताओं बहनों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए सखी मंडल, प्लस ब्रांड और फूलों झानो आशीर्वाद अभियान सहायक बन रहा है। हेमंत सोरेन की सरकार में 6 गुना अधिक महिलाओं को आजीविका से जोड़ा गया है ।झारखंड सरकार स्कूल से लेकर नौकरी तक अपने नौनिहालों और युवाओं के सपनों को पंख देने का काम लगातार कर रही है ।सरकारी स्कूलों और छात्रावासों को उच्च स्तरीय बनाकर बनाया जा रहा है ।किशोरियों की शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता, गरीब परिवार के लाखों बच्चों को प्री एवं पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में दो से 3 गुना की बढ़ोतरी की गई है। गरीब और वंचित विदेश में शिक्षा ले पा रहे हैं। ब्रिटिश उच्चायोग के साथ एमओयू कर छात्रवृत्ति का दायरा बढ़ाया गया है। गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, एकलव्य प्रशिक्षण एवं दूसरी योजनाओं के तहत युवाओं को उच्च शिक्षा ,नौकरी , रोजगार के लिए आर्थिक मदद प्रदान करना हेमंत सोरेन का प्रयास है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना से लाभ लेकर हजारों युवाओं ने अपना व्यवसाय शुरू किया है। सरकार ने रिकॉर्ड दिनों में कई परीक्षाओं का रिजल्ट निकालकर युवाओं को नौकरियां दी है। बीपीएल परिवार के युवा भी अधिकारी बन रहे हैं। बन रहे हैं ।आज झारखंड के मजदूरों को भी मालूम है कि झारखंड सरकार है ,तो वह किसी भी राज्य किसी भी देश पर अकेले नहीं है ।सरकार हर सुख दुख में मजदूरों के साथ हर समय खड़ी है। राज्य में पर्यटन खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लगातार प्रयास हो रहे हैं ।राज्य सभी क्षेत्र के चुनौतियों को हेमंत सोरेन के नेतृत्व में डट कर मुकाबला कर रही है ।जन सहयोग और जन भागीदारी के साथ हेमंत सोरेन की सरकार लगातार आगे बढ़ रही है ।झारखंड के वीर पुरुषों और वीरांगनाओं के सपनों के साथ हेमंत सोरेन की सरकार झारखंड का निर्माण कर रही है। झारखंड वासियों का यही स्नेह और आशीर्वाद जन सेवा सेवा के हमारे प्रयासों को और तेजी से गति दे रहा है।