पुरस्कार पाकर खिले टॉपरो के चेहरे, छात्र मिलने वाली राशि पढ़ाई के लिए रखेंगे सुरक्षित

झारखण्ड
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स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड रांची द्वारा प्रोजेक्ट भवन रांची के सभागार में पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा विभिन्न बोर्ड परीक्षाओं में झारखंड स्टेट के टॉप थ्री छात्र-छात्राओं को चेक, लैपटॉप एवं मोबाईल देकर सम्मानित किया गया। इस पुरस्कार वितरण समारोह में देवघर जिले के 5 छात्र-छात्राओं को चेक, लैपटॉप और मोबाइल देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान अर्थव सिंह सीबीएसई बोर्ड रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ देवघर कक्षा 10 के (स्टेट टॉपर) को 3 लाख रुपए का चेक, लैपटॉप एवं मोबाईल, विशाल कुमार शर्मा जैक बोर्ड सनरेज उच्च विद्यालय पालोजोरी कक्षा 10 के (स्टेट थर्ड मुंदड़ा आईसीएसई बोर्ड संत फ्रांसिस स्कूल देवघर कक्षा 12 (स्टेट सेकेंड टॉपर) को 2 लाख रुपए का चेक, लेपटॉप एवं मोबाईल, आयूष राज सीबीएसई बोर्ड राम कृष्ण मिशन देवघर कक्षा 12वीं (स्टेट सेकेंड टॉपर) को 2 लाख रुपए का चेक, लेपटॉप एवं मोबाईल और सुधांशु वर्मा ओलंपियाड प्लस टू उच्च विद्यालय सारवां कक्षा 9 (स्टेट सेकेंड टॉपर) को लेपटॉप एवं मोबाईल देकर सम्मान किया गया। पुरस्कार समारोह स्थल में सभी बच्चों के अभिभावक उपस्थित थे। देवघर से कार्यक्रम स्थल तक बच्चों को सकुशल ले जाने एवं ले आने के लिए कुमार झा बीपीओ एवं रामसागर सिंह नोडल पदाधिक ऐप पर पढ़ें में कार्यरत थे। मुख्यमंत्री से पुरस्कार पाकर सभी बच्चों में खुशी की लहर देखी गई।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने आने वाली पीढ़ी के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है. राज्य के मेधावी बच्चों को पुरस्कृत किया जा रहा है. सरकार की प्राथमिकता है कि झारखंड के बच्चे चाहे यहां के सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रहे हों, सीबीएसई, आईसीएसई, बोर्ड की पढ़ाई कर रहे हों. जो बच्चे शिक्षा को लेकर गंभीर हैं उनको शिक्षा के प्रति उनकी जागरूकता को बढ़ाने के उद्देश्य से सरकार ने यह योजना शुरू की है. उक्त मुख्यमंत्री ने ‘जैक’/ सीबीएसई/आईसीएसई बोर्ड परीक्षा-2022 में झारखण्ड राज्य के प्रथम/द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया. इसके अलावा स्टेट ओलम्पियाड के प्रथम/द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कृत किया गया. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 130 छात्र- छात्राओं के बीच 1 करोड़ 32 लाख रूपये की नकद राशि, लैपटॉप और मोबाईल सम्मान स्वरूप प्रदान किया.
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि पुरस्कार वितरण योजना का उद्देश्य राज्य में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कर रहे बच्चों का उत्साहवर्धन करना है. शिक्षा विभाग ने इस कार्य को आज पूर्ण रूप दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में अच्छे स्कूल तथा शिक्षण संस्थानों में नामांकन के लिए पैसों की जरूरत एवं पढ़ाई के लिए लैपटॉप और मोबाइल आवश्यक है. इसके जरिए वे तकनीकी जरूरतें पूरी कर सकते हैं. राज्य सरकार मेधावी छात्र-छात्राओं को आज पुरस्कार के रूप में ये सब जरूरत की चीजें प्रदान कर रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार इन बच्चों के अभिभावकों को भी सहयोग करने का प्रयास कर रही है, ताकि 10वीं और 12वीं के बाद की सीढ़ी के लिए उन्हें अधिक चिंता करने की जरूरत न पड़े और होनहार बच्चों को मदद मिल सके. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि प्रतियोगिता के इस दौर में यहां के बच्चों में शिक्षा के प्रति जागरूकता देखने को मिली. उसका बेहतर परिणाम देखने को मिला है. आज होनहार बच्चे सम्मानित हुए हैं. इन बच्चों की क्षमता को देखते हुए लगता है, आने वाले दिनों में इससे अधिक संख्या में बच्चे सामने आ सकते हैं. उन सभी बच्चों को सरकार सम्मान देगी ताकि वे बेहतर कर सकें। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखण्ड सिर्फ खनिज संपदा पर ही नहीं बल्कि बौद्धिक क्षमता में भी आगे रहने की काबिलियत रखता है. यही वजह है कि जिन बच्चों को सरकार ने निः शुल्क उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजा था, वे अब अपने पैर पर खड़े हो रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश पढ़ाई करने गए कई बच्चों ने विदेशों में ही नौकरी पायी है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने खिलाड़ियों में बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए आयोजित खेलो झारखण्ड एवं समग्र शिक्षा अभियान के तहत आयोजित कला उत्सव की जानकारी और उपलब्धियों को समेटे कॉफी टेबल बुक का लोकर्पण किया.

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