वैश्य समाज के विभिन्न उपजातियों को मिलाकर चलने वाला संगठन वैश्य समन्वय समिति की एक बैठक सह सेमिनार सोमवार को आनंद विहार भवन में हुई. इसकी अध्यक्षता आदित्यपुर अक्षेस के पूर्व उपाध्यक्ष व समाजसेवी राजवृक्ष गुप्ता ने की. सेमिनार में बिहार में हुए जातीय गणना की समीक्षा की गई. इस पर सबों ने अपने विचार रखे. इस अवसर पर अमर शहीद सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य रौनियार के तस्वीर पर लोगों ने पुष्प अर्पित किया. बैठक में सर्व सहमति से निर्णय लिया गया कि वैश्य समाज के सभी उपजातियों की गणना को उनके जाति कोड के साथ झारखंड सरकार को भी करनी चाहिए. इसके लिए सभी राजनीतिक दलों को डाटा मुहैया कराना चाहिए. अरविंद कुमार गुप्ता ने कहा कि वैश्य समाज की ताकत को कमजोर करने की नीयत से बिहार सरकार द्वारा वैश्य समुदाय की आबादी को जातीय गणना में तोड़ मरोड़कर रखा गया है, ताकि वैश्य आंदोलन को कमजोर किया जा सके.
सरकार को मांग पत्र सौंपने का प्रस्ताव पारित
रामवृक्ष गुप्ता ने कहा कि अपने अधिकारों एवं भविष्य के संरक्षण के लिए सभी को एक होकर आवाज उठाने की आवश्यकता है. डॉ. एसके रतनाकर ने कहा कि उपजातियों में समन्वय तभी बनेगा जब हम अपने बेटा-बेटी की शादी एक-दूसरे के उपजातियों के बीच करेंगें. अध्यक्ष प्रमोद गुप्ता ने वैश्य समन्वय समिति के तरफ से झारखंड सरकार को अपनी मांग पत्र सौंपने का प्रस्ताव दिया. जिसे सर्व सम्मति से पारित किया गया. उन्होंने अपने प्रस्ताव में कदमा स्थित भाटिया पार्क का नाम “हेमू रौनियार” रखने का विचार रखा और कहा कि हेमू रौनियार हमारे राष्ट्र के गौरव हैं वे भारत के अंतिम हिंदू शासक थे. जिसे भी सदस्यों ने पारित किया. सेमिनार में संयोजक अरविंद कुमार गुप्ता, अध्यक्ष प्रमोद कुमार गुप्ता, प्रवक्ता नीरज गुप्ता, एस डी प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद, कार्तिक चंद्र साव, गोपाल प्रसाद, विनोद गुप्ता, नरेंद्र गुप्ता, शिव नारायण साह, आदित्य प्रसाद, राज कुमार गुप्ता, कैलास साह, बुद्धेश्वर साहू, भोगेंद्र साहू, शिव नारायण प्रसाद, गणेश, योगेंद्र प्रसाद, डॉ एस के रत्नाकर आदि शामिल थे. अंत में धन्यवाद ज्ञापन एसडी प्रसाद ने किया.