जर्जर सड़क पर चलने को मजबूर हैं ग्रामीण

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चान्हो – मांडर : चान्हो और मांडर मुख्यालय जोड़ने वाला मुख्य पथ जर्जर हो चुका है। चान्हो प्रखंड के डहुटोलो के पास सड़क पर जगह-जगह गड्ढों के चलते लोगों का पैदल निकलना मुश्किल हो गया है। आए दिन इन गड्ढों के चलते दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो जाते हैं। लोगों ने सड़क की मरम्मत करवाने की कई बार मांग की है। लेकिन आज तक सड़क नहीं बन सकी है।

स्थानीय विधायक एंव झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन और सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की के विधानसभा क्षेत्र के ये स्थिति पूर्व चार साल से अधिक से बनी हुई है। सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास मंत्री पिछले छः महीना पहले किया था। जिसके बावजूद सड़क बनाने का प्रक्रिया शुरू नहीं किया गया है। 

मांडर प्रखंड से तरंगा की दूरी मात्र आठ किलोमीटर है। इस मार्ग पर मलती, घूघरी, डहुटोली, हरा, लेपसर, तरंगा आदि गांव बसे हैं। उपरोक्त गांवों से हर रोज सैकड़ों लोग स्कूल एंव मजदूरी करने व अन्य काम के लिए चान्हो, मांडर, एंव जिला मुख्यालय आदि स्थानों पर आते जाते हैं। लेकिन सड़क पर गड्ढे होने से लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। काफी समय से इस मार्ग की हालत जर्जर है। थोड़ी सी बरसात होने पर सड़क पर पानी भर जाता है। आए दिन दोपहिया वाहन चालक इन गड्ढों में गिरकर चोटिल हो जाते हैं। लोगों ने जिला प्रशासन व संबंधित विभाग से सड़क की मरम्मत करवाने की मांग की है।

लगभग तेरह साल पहले तरंगा के मुख्य मार्ग का निर्माण कार्य हुआ था। तेरह वर्ष बीतने के बाद आज तक इस सड़क की मरम्मत नहीं हुई। इस कारण सड़क पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती।

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