समय की मांग के अनुरूप व्यवसायिक शिक्षा भी प्राप्त करेंगे सरकारी स्कूल के बच्चे
प्रशिक्षित हेडमास्टर और टीचर करेंगे बच्चों का मार्गदर्शन
रांची।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन राज्य के बच्चों को हर क्षेत्र में कुशल बनाने और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए कड़ी दर कड़ी जोड़ रहे हैं। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए झारखण्ड के 80 उत्कृष्ट विद्यालयों एवं 325 प्रखण्ड स्तरीय आदर्श विद्यालयों में बच्चों को व्यवसायिक शिक्षा भी प्राप्त होगी। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। मार्च से राज्य स्तरीय कार्यक्रम में व्यवसायिक शिक्षा लैब का शुभारंभ किया जाएगा।
11 ट्रेड में व्यवसायिक शिक्षा
सरकारी स्कूल के बच्चों को सरकार कुल 11 ट्रेड में व्यवसायिक प्रशिक्षण कराएगी। बच्चों को एग्रीकल्चर, आईटी, आईटीईएस, अपारेल एण्ड मेडअप एण्ड होम फर्निशिंग, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट, ऑटोमोटिव, टूरिज्म एण्ड हॉस्पिटालिटी, ब्यूटी एण्ड वेलनेस, मल्टीस्किलिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एण्ड हार्डवेयर, रिटेल और हेल्थकेयर में प्रशिक्षण दिया जाएगा। संबंधित ट्रेड से जुड़े राज्य स्तरीय प्रतिष्ठानों एवं संस्थानों के साथ इंडस्ट्रियल फील्ड विजिट के माध्यम से ऑन जॉब ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है ताकि भावी जीवन में उनके रुचि के अनुसार रोजगार के अवसर भी उपलब्ध हो सके।
प्रशिक्षित हेडमास्टर करेंगे बच्चों का मार्गदर्शन
80 उत्कृष्ट विद्यालयों एवं 325 प्रखण्ड स्तरीय आदर्श विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण दो चरणों में नेशनल सेंटर फॉर स्कूल लीडरशिप द्वारा कराया जा चुका है। 80 उत्कृष्ट विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का दो चरण में प्रशिक्षण अजीम प्रेमजी फाउंडेशन द्वारा पूर्ण कर लिया गया है। प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को अन्य राज्यों में संचालित हो रहे ऐसे स्कूलों की व्यवस्था देखने हेतु एक्सपोजर विजिट भी कराये जाने की योजना है। जनवरी माह में प्रधानाध्यापकों में क्षमता वर्धन हेतु आईआईएम द्वारा प्रशिक्षण दिया जायेगा। जबकि माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों का शिक्षा आवश्यकता आकलन TNA हेतु अजीम प्रेमजी फाउंडेशन फ्रेमवर्क तैयार किया गया है।