झारखंड में, सीएम हेमंत सोरेन, जिन्होंने 8 दिसंबर को गढ़वा में इसकी शुरुआत की थी और 16 दिसंबर को लातेहार और लोहरदगा में खतियान जौहर यात्रा के पहले चरण का समापन किया था, 17 जनवरी को इसे फिर से कोडरमा से शुरू किया हैं.
ईडी द्वारा अवैध खनन मामले में पूछताछ के बाद सोरेन की यात्रा शुरू हुई थी और विपक्षी भाजपा और राज्यपाल रमेश बैस ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के कई सवाल उठाए थे।
सोरेन की यात्रा का यह दूसरा चरण कोडरमा से शुरू होगा और हजारीबाग, चतरा और चाईबासा सहित अन्य जिलों को कवर करेगा जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 7 जनवरी को एक विशाल जनसभा को संबोधित किया था। जानकारों का कहना है कि हेमंत सोरेन मतदाताओं के बीच “जागरूकता” पैदा करने के लिए जोहार यात्रा कर झारखंड का दौरा कर रहे हैं, (खतियान) 1932 जो पहले राज्य विधानसभा द्वारा पारित किया गया था और अन्य सरकारी “उपलब्धियां” जैसे कि ओबीसी के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण और “पुरानी पेंशन योजना की बहाली”
यात्रा की रणनीति से उन्हें लोगों का समर्थन मिलता दिख रहा है, यह तब पता चलेगा जब चुनाव होंगे और परिणाम घोषित होंगे। झारखंड में कोई भी “उपलब्धि”, पुरानी पेंशन योजना और 1932 की खतियान आधारित “नई अधिवास नीति” का आज तक किसी को लाभ नहीं हुआ है।
क्या! जनता को लामबंद कर पाएंगे सीएम हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की खतियानी जोहार यात्रा 8 दिसंबर से शुरू होने जा रही है। उस दिन गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आने हैं। देखना होगा कि मुख्यमंत्री अपनी इस यात्रा के दौरान जनता से कैसा संवाद करते हैं। झारखंड मुक्ति मोर्चा को इसका कितना सियासी फायदा मिल सकता है। 2024 में यहां विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। खतिया जोहार यात्रा को विधानसभा चुनावों से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर संसाधनों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को दावा किया कि राज्य में भाजपा के सत्ता में लौटने पर आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। खतियानी जोहार यात्रा के तहत सिमडेगा में एक रैली को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा कि भाजपा गुजरात और महाराष्ट्र विकास के पथ पर बढ़ाया, लेकिन झारखंड के सामाजिक ताने-बाने को नष्ट कर दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन राज्य में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के तीन साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया।
सोरेन ने कहा, “यदि भाजपा किसी तरह से सत्ता में लौटने में सफल रहती है तो मूल निवासी और आदिवासी अपने पैरों पर खड़े नहीं हो सकेंगे क्योंकि उनका अस्तित्व खतरे में पड़ जाएगा। मैं आपको (लोगों को) आगाह करना चाहता हूं कि वह (भाजपा) अब गांवों में अब अपनी पकड़ मजबूत करेगी।” लोकसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में साथ- साथ होने हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में भाजपा ने अलग झारखंड राज्य के गठन की लड़ाई की खिल्ली उड़ाई थी। उन्होंने कहा, “वह चाहती है कि आदिवासी और स्थानीय लोग अपनी अस्मिता के लिए संघर्ष करते रहें।”
सोरेन ने यह भी कहा कि 1932 के खतियान पर आधारित मूल निवास नीति उनकी सरकार लोगों के अधिकारों के संरक्षण के लिए लेकर आई। उन्होंने इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की। उन्होंने नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह उनकी सरकार के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने कहा, “मैं गरीबों, आदिवासियों और वंचितों का नेता हूं, व्यापारियों का नेता नहीं । “
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि हेमंत सोरेन खतियान जोहार यात्रा पर नहीं बल्कि जहर यात्रा पर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य का युवा नौकरी की तलाश में भटक रहा है. उनके लिए नियोजन नीति बनाने की जरूरत है, ताकि जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू हो सके. उन्होंने यह भी कहा कि हेमंत सोरेन ने स्थानीय नीति बनाने के बजाय इसे केंद्र पर ठोक दिया है. यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है.
सरकार ने लोगों से वादा किया था कि 5 लाख नौकरी दी जाएगी. लेकिन यह आंकड़ा 500 से भी कम है. इस कारण नौजवान सड़क पर उतर के नौकरी मांग रहे हैं. मुख्यमंत्री दूसरी तरफ सिर्फ घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति चौपट है. गुमला में भाजपा कार्यकर्ता सुमित केसरी हत्या करने वाले अपराधी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है.
“हेमंत सरकार में राज्य की पुलिस सिर्फ अवैध कमाई में लगी हुई है”
तुपुदाना ओपी प्रभारी का कृत्य बहुत शर्मनाक है. उसने एक व्यक्ति को बेरहमी से पीट दिया है. ऐसी महिला थाना प्रभारी को खूंटी में एसीबी ने घूस लेते गिरफ्तार किया था. जेल गई थी. जेल से निकलने के बाद फिर थाना प्रभारी बना दिया. हेमंत सरकार में राज्य की पुलिस सिर्फ अवैध कमाई में लगी हुई है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 17 जनवरी से खतियानी जोहार यात्रा कोडरमा से शुरू करने जा रहे हैं.
