पुलिस जमीन विवाद सुलझाने पहुंची उनपर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। कई पुलिस वाले इस हमले में घायल हैं। राजधानी रांची के मांडर थाना क्षेत्र में बृहस्पतिवार को पुलिस जमीन विवाद सुलझाने पहुंची थी। ग्रामीणों को उग्र होता देख पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इस हमले में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है।अब पुलिस इस हमले में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में हैं। पुलिस उन आरोपियों की पहचान कर रही है जिन्होंने पुलिस पर हमला किया था।
घटना मांडर थाना क्षेत्र की है। सरगांव में गुरुवार को 40 पड़हा आदिवासी समाज के लोग हरवे-हथियार के साथ गोलबंद हुए औऱ गांव में बने रहे एक मकान को ध्वस्त कर दिया। समाज के लोगों का आरोप था कि जिस जगह मकान बनाया जा रहा है वहां जतरा स्थल है। जतरा स्थल की जमीन भवन निर्माण हो था जो गलत है। जैसे ही पुलिस के पास सूचना पहुंची की यहां हिंसा भड़क सकती है तुरंत पुलिस मौके पर पहुंची। इलाके में जैसे ही पुलिस पहुंची और लोगों को समझाने का प्रयास किया लोगों ने पुलिस पर हमला कर दिया।
पुलिसकर्मियों पर हमले की सूचना पर डीएसपी अनिमेष नैथानी व ग्रामीण एसपी नौशाद आलम वहां पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली। जिस जमीन को लेकर इतना विवाद हुआ उस जमीन के मालिका मंगरा उरांव का कहना है कि 40 साल पहले जमींदार से खरीदी थी| सीओ विजय हेमराज खलखो ने कहा कि उक्त जमीन के संबंध में उनसे किसी पक्ष ने संपर्क नहीं किया है। दूसरी तरफ आदिवासी इसे इंद जतरा लगता है, उसे वह इस जगह को पवित्र मानते हैं। पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है
हमले में मांडर के इंस्पेक्टर अवधेश ठाकुर, थानेदार विनय यादव, चान्हो के थानेदार रंजय को चोट लगी है. वहीं मांडर थाना के हवलदार शिवरात महतो व चौकीदार मंटू गंभीर रूप से घायल हो गये. हवलदार को रिम्स भेजा गया जहां उनका इलाज चल रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी ग्रामीणों ने हाथापाई की है ग्रामीणों को उग्र होता देख पुलिस पीछे हट गयी।