गोड्डा से सांसद और भाजपा नेता निशिकांत दुबे द्वारा झारखंड सरकार को लेकर किए गए ट्वीट के बाद बवाल बढ़ गया है.इसको लेकर झामुमो और कांग्रेस के नेता हमलावर हो गए हैं. हालांकि लगातार जारी ईडी की झारखंड में कार्रवाई के बाद से ही यहां सियासी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रहा है.
निशिकांत दुबे के ट्वीट पर झारखंड सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि निशिकांत दुबे की अगर चले तो निशिकांत दुबे पूरे झारखंड मुक्ति मोर्चा महागठबंधन को एकदम बिना किसी नोटिस वारंट के सब को जेल पहुंचाने में पीछे नहीं हटेंगे. इन्हें गोड्डा के विकास का मैंडेट दिया गया है और यह वहां से भटक कर इस तरह के उलूल-जुलूल बयानबाजी कर रहे हैं. इन्हें अपने पद से इस्तीफा देकर पीएम मोदी को कहना चाहिए कि ईडी का पदाधिकारी बना दे, ताकि और अच्छे से जांच हो सके.
झामुमो ने प्रवर्तन निदेशालय (इडी) और चुनाव आयोग की कार्रवाई को सुनियोजित बताया है. पार्टी ने कहा है कि भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दूबे का ट्वीट कार्रवाई से पहले आ रहा है. इससे जाहिर होता है कि केंद्रीय एजेंसियों की पूरी कार्रवाई सुनियोजित है. सभी पहलुओं को देखने से पता चलता है कि जांच एजेंसियां अपनी रिपोर्ट निशिकांत दूबे को दे रहे हैं. सोमवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि निशिकांत दूबे केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई व फैक्ट फाइंडिंग की कार्रवाई को ट्वीट कर पहले बता रहे हैं.
किसी अफसर के मोबाइल में कौन सा मैसेज है. किसका मैसेज किसको गया. उसका टेक्सट क्या है. यह भी बता रहे हैं. इसका मतलब हैै कि कहीं न कहीं एजेंसियां भाजपा सांसद को रिपोर्ट करती हैं. इस प्रकार पूरी तरह से लोकतंत्र को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है.
गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे मूल रूप से बिहार के भागलपुर के रहने वाले है. निशिकांत दुबे के भागलपुर की जमीन पर साल 2008 से बन रहे अरबों रूपये के मॉल पर बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाले के रुपये निवेश के आरोप लगे है। घोटाले में चार्जशीटेड लोगों ने 13 दुकाने मॉल में बुक कराये थे जिसमे 92 लाख रुपए अर्जित किये गए थे. सीबीआई जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इन 14 दुकानों को जब्त तक किया। सर्वविदित है कि यहां पर सबसे अधिक दुकानों की बुकिंग भाजपा के पूर्व नेता बिपिन कुमार उर्फ बिपिन शर्मा ने करायी थी।