14 वर्ष के बच्चे ने चक्रधरपुर में वीडियो गेम खेलने के दौरान खुदको फांसी लगाकर जान दे दी। बच्चा अभी सिर्फ आठवीं क्लास में था। काफी देर दरवाजा बंद होने पर जब परिवार वालो ने दरवाजा तोडा तो कमरे में फंदे से लटकती लाश देखा और सामने कंप्यूटर पर वीडियो गेम ऑन था। बच्चे की मां डीपीएस स्कूल की टीचर हैं जबकि पिता चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीएससी ओंकार सिंह के स्टेनो हैं। घटना चक्रधरपुर रेलवे कॉलोनी में हुई। जब यह घटना हुई उस वक्त बच्चा घर में अकेला था। लड़का तबीयत खराब होने की बात कह कर स्कूल नहीं गया था।
बताया जा रहा है की घटना के कारण माता-पिता कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं हैं। पुलिस इस मामले की जाच कर रही है। डीपीएस स्कूल में घटना के समय शिक्षिका मां कक्षा ले रही थीं। यह घटना शुक्रवार की है। नाबालिग भी डीपीएस का छात्र था। शव को रेलवे अस्पताल के शवगृह में रखा गया है। दोपहर 2 बजे के करीब जब पिता श्रीधर लंच पर घर आये तो फांसी के फंदे पर बेटे का शव देखकर होश उड़ गए। फिर उन्होंने जल्दी से बच्चे के शव को रेलवे अस्पताल ले गए और वहा पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बेटे का शव किचन की चिटकनी से लगे फंदे से लटक रहा था। घटना की सूचना तत्काल आरपीएफ और चक्रधरपुर थाना को दी गई। पुलिस ने बताया कि रेल मंडल के सीनियर डीएससी ओंकार सिंह के स्टेनो श्रीधर का 13 वर्षीय बेटा घटना के वक्त कमरे में अकेला था। उसकी तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए स्कूल नहीं गया था। शिक्षिका मां डीपीएस स्कूल गई थीं। पिता भी अपने काम पर गये थे और घर पर बच्चा अकेला था|
लोगो ने बताया की बच्चे के शव के पास में कमरे में कंप्यूटर ऑन था और उसमें वीडियो गेम चल रहा था। बच्चा इतना बड़ा कदम उठा लेगा परिवार के किसी सदस्य ने सोचा नहीं था। बच्चे के फांसी लगाने के पीछे क्या कारण है। अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। चक्रधरपुर के थाना प्रभारी चंद्रशेखर प्रसाद ने बताया कि बच्चे ने आत्महत्या क्यों की, इसकी वजह जानने के लिए जांच चल रही है। कुछ लोगों का कहना है की विडियो गेम में आखिर ऐसा क्या था की बच्चे ने आत्महत्या कर ली|